देहरादून : उत्तराखंड विधानसभा सत्र के दूसरे दिन खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ट्रैक्टर पर सवार होकर सड़ी फसल लेकर विधानसभा पहुंच गए ट्रैक्टर को विधानसभा के प्रवेश गेट पर ही रोक दिया गया और सुरक्षाकर्मी बड़ी संख्या में गेट और गेट की दूसरी तरफ पहुंच गए इस बीच निर्दलीय विधायक और अधिकारियों के बीच तीखी बहस भी हुई उमेश कुमार ने सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं
किसानों की मांगों को लेकर पहुंचे विधानसभा
निर्दलीय विधायक उमेश कुमार का कहना है कि जिस तरह से वह किसानों का प्रतीक ट्रैक्टर और उनके सड़े हुए गन्ने को लेकर के विधानसभा पहुंचे हैं। वह सरकार को दिखाना चाहते हैं कि आज किसानों और उनकी फसल की वास्तविक स्थिति क्या है। उमेश कुमार ने बताया कि उनकी सरकार से मांग है की हरिद्वार जनपद को आपदा ग्रसित क्षेत्र घोषित किया जाए, हरिद्वार जनपद के सभी किसानों का ऋण माफ किया जाए साथ ही किसानों की बिजली भी फ्री की जाए।
मुआवजा की रकम को 12000 करने की करी मांग
उमेश कुमार का कहना है कि सरकार के द्वारा दिए गए मुआवजा इस समय किसानों के लिए ऊंट के मुंह में जीरे के समान लग रहा है। आपको बता दें कि निर्दलीय विधायक ने किसानों के लिए मुहावरे के तौर पर ₹12000 प्रति बीघा देने दिए जाने की मांग की है। विधायक उमेश कुमार का कहना है कि इस पूरे सीजन में हरिद्वार जनपद के किसानों कि फसलें बर्बाद हो गई है तो वहीं अगले सीजन के लिए बुवाई, जुताई और बीच की तैयारी के लिए किसानों के पास पैसा नहीं है।
सरकार ने आपदा क्षेत्रों का नही किया निरीक्षण
उमेश कुमार ने सरकार पर आरोप लगाया कि आपदा के डेढ़ महीना से ज्यादा होने के बाद भी सरकार द्वारा आपदा ग्रसित सभी क्षेत्रों में खराब हुई फसलों का निरीक्षण नहीं किया गया और ना ही वहां पर सरकार की तरफ से कोई अनुमानदे पहुंचे हैं यही नहीं उन्होंने कहा कि सरकार के पास ग्रामीण क्षेत्र के निरीक्षण के लिए पर्याप्त मात्रा में पटवारी भी उपलब्ध नहीं है।