देहरादून: क्या कहती हैं काउंसलर? , टीवी व मोबाइल से बदल रहा बच्चों का हावभाव, कार्टून व सीरियल देखकर कर रहे किरदार की नकल

देहरादून: हर व्यक्ति को अपने बच्चे प्यारे होते हैं। उनकी परवरिश किस तरह की जाए यह जरूरी है। बदलते सामाजिक परिवेश में बच्चों की उचित शिक्षा, संस्कार देना व गलत संगत से बचाते हुए सही मार्ग दिखाना माता-पिता के लिए चुनौती बनता जा रहा है। टीवी, मोबाइल में विभिन्न कार्टून व सीरियल देखकर उनके हावभाव बदलते जा रहे हैं। बच्चों में मनमर्जी करने की धुन उन्हें किशोर मे बिगाड़ने के लिए भी उकसा रही है।

अभिभावकों को क्या सलाह दे रहीं टेली काउंसलर

इस बात को लेकर चिंतित अभिभावक काउंसलर के पास बच्चों को लेकर पहुंच रहे हैं। सीबीएसई की टेलीकाउंसर के पास हर दिन अभिभावक समस्या लेकर आ रहे हैं। जानते हैं दून में किस तरह के मामले आ रहे हैं व अभिभावकों को क्या सलाह दे रहीं न्यूरोसाइक्लोजिस्ट व सीबीएसई की टेली काउंसलर डा. सोना कौशल गुप्ता।

केस-1: रायपुर निवासी एक अभिभावक ने बताया कि उनका तीन वर्ष का बेटा है जो प्ले स्कूल में है। घर आने के बाद दिनभर टीवी पर कार्टून देखता है। लाइट जाने के बाद मोबाइल मांगने लगता है। ना देने पर गुस्सा करता है। मोबाइल व टीवी के कार्यक्रम देख व्यवहार में बदलाव आ रहा है। कभी डोरेमोन के डायलाग बोलता है तो कभी बड़ी आंखे दिखाकर डराने की कोशिश करता है।

केस-2: विद्या विहार निवासी अभिभावक ने बताया कि उनकी भतीजी क्षेत्र के एक स्कूल में पढ़ती है। शिक्षकों ने क्लास में रहते कार्टून के विभिन्न किरदार की आवाज निकालते हुए कामेडी करने व टीवी सीरियल के डायलाग प्रस्तुत करने की शिकायत की। पहले तो यकीन नहीं हुआ लेकिन अब भतीजी घर में भी छोटे भाई बहनों व परिवार के सामने यह हावभाव कर रही है। पूरा परिवार परेशान है।

केस-3: लक्ष्मण चौक निवासी एक व्यक्ति ने बताया कि उनकी बेटी मोबाइल पर रील, ट्रेवलर, किचन खजाना आदि देखकर सामान्य बातचीत करने पर भी अजीब हरकतें कर रही है। शर्मंदगी तो तब महसूस होती है जब कोई मेहमान के सामने हाथों घुमाकर, आंखें दिखाकर, उछलकूद कर डांस करते हुए अपनी बात रखती है। कई बार समझा चुके हैं लेकिन कुछ फर्क नहीं पड़ रहा।

केस-4: ब्राह्मणवाला निवासी अभिभावक ने उनका आठ वर्ष का बेेटा जब छोटा था तो बड़ों का आदर संस्कार उसमें थी। मोबाइल पर तरह तरह के पेज व रील देखने में व्यस्त रहता है। घर में जब भी बाहर से काई मेहमान रिश्तेदार आते हैं तो मोबाइल लेकर एक कमरे में दरवाजा बंद कर चला जाता है। मिलने के लिए बुलाने पर भी नहीं आता। जबरन सामने लाओ तो ऐसी हरकते करने लगता है जैसे कामेडी करा रहा हो।

NEWS SOURCE : jagran