भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) अब यूपीआई को लेकर नया सिस्टम डेवलप करने पर विचार कर रहा है. भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा कि वह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के (AI) के जरिए से UPI पर संवादात्मक भुगतान की सुविधा लाने के बारे में सोच रहा है. आरबीआई की मौद्रिक नीति की बैठक के बाद 10 अगस्त को गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि यूपीआई में संवादात्मक भुगतान यूजर्स को एक अलग अनुभव देगा.
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि यूपीआई पर संवादात्मक भुगतान यूजर्स को भुगतान करने के लिए एआई सिस्टम के साथ बातचीत में शामिल होने में सक्षम बनाएगा. उन्होंने कहा कि केंद्रीय बैंक ने उपयोगकर्ताओ के लिए नई टेक्नोलॉजी प्रस्तावित की गई है.
बैंक कैसे कर रहे एआई का उपयोग
केंद्रीय बैंक की इस घोषणा के अलावा, प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर के अन्य बैंक डिजिटल बैंकिंग सेवाओं का विस्तार करने के लिए एआई और मशीन लर्निंग (एमएल) टूल का उपयोग करके अपनी तकनीक पर बारीकी से काम कर रहे हैं. भारत में बैंक तेजी से अपने परिचालन में एआई बेस्ड सर्विस जैसी टेक्नोलॉजी को शामिल कर रहे हैं. चैटबॉट्स का उपयोग करने से लेकर फिनटेक फर्मों के साथ डील तक बैंक यह पता लगा रहे हैं कि नए जमाने की तकनीक को कैसे शामिल किया जाए.
देश के सबसे बड़े प्राइवेट सेक्टर के बैंक एचडीएफसी बैंक के पास अपना चैटबॉट ईवा है. यह ग्राहकों और गैर-ग्राहकों को कर्जदाता की बैंकिंग सेवाओं के बारे में जानकारी पेश करता है. इसी तरह, एक्सिस बैंक कस्टमर्स के साथ संचार सेवाओं को बढ़ाने के लिए ChatGPT के एंटरप्राइज वेरिएंट का उपयोग करने पर भी विचार कर रहा है. वहीं देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने वित्त वर्ष 2023 के लिए अपनी सालाना रिपोर्ट में कहा कि संचालन में बिजनेस एनालिटिक्स, AI और ML के उपयोग को बढ़ाएगा.