रुड़की : मतल्लाहपुर गांव में एस टी एफ, ड्रग विभाग और तहसील प्रशासन की टीम की बड़ी कार्यवाही सामने आई है। टीम ने एक ऐसी दवाई फैक्ट्री पर छापा मारा है जो फर्जी तारीके से ब्रांडेड कंपनियों के नाम से एंटीबाईटिक दवाई बना रही थी। टीम को मौके से करोड़ों की फर्जी दवाई बरामद हुई है। खास बात यह है की छापामार टीम ने इस फैक्ट्री पर कई घंटे तक कार्यवाही की जहां से फैक्ट्री मालिक अमित धीमान को भी हिरासत में लिया गया है जिसके खिलाफ विभागीय टीम गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर रही है।
दरअसल पिछले लंबे समय से रुड़की के मतल्लाहपुर गांव में फर्जी तरीके से बंद मकान में एमोक्सी साईक्लिन और लिवो फ्लोकसासिन एंटीबाईटिक दवाईयां बनाई जा रही थी इतना ही नहीं दवाईयों के रैपर पर कोटद्वार, देहरादून और सिरमौर हिमाचल प्रदेश के नाम से बनाया जाना दर्शाया गया था। पकड़े गए आरोपी ने पूछताछ में बताया की सबसे अधिक यह दवाईयां सहारनपुर जिले में सप्लाई होती थी। इन दवाईयों के बड़े पैमाने पर साईडइफैक्ट होते हैं ।
हैरत की बात यह है की जिस जगह आबादी के बीचों बीच इस फैक्ट्री को लगाया गया था वहां के लोगों ने भी कभी इसकी शिकायत नहीं की थी। खास बात यह है की इन नकली दवाईयों को ब्रांडेड कंपनियों के नाम से मार्केट में सप्लाई किया जाता था इस कारोबार में बहुत बड़ा गिरोह था जो दवाईयों के रैपर भी इस बंद मकान में ही एक मशीन में छापते थे । फिलहाल ड्रग इंस्पेक्टर डॉ अनिता भारद्वाज ने बताया की उन्हे कंपनी के बारे में सूचना मिली थीं की कुछ दवाईयों को बिना किसी लाइसेंस के निर्माण किया जा रहा था जिसके सैंपल लिए गए थे
इससे जनता के स्वास्थ्य पर बड़ा प्रभाव पड़ सकता है जिस जगह इस फैक्ट्री को लगाया गया था वह एक बहुत छोटी गली है जिससे किसी को शक ना हो फिलहाल गंभीर धाराओं में आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया जा रहा है। उन्होंने बताया की करोड़ों की नकली दवाईयां मौके से बरामद हुई है। छापामार टीम में एस टी एफ एफडीए विजिलेंस की टीम के साथ साथ नायब तहसीलदार ब्रिज मोहन आर्य भी मौजूद रहे।