प्रयागराज–(भूमिक मेहरा) ‘अगर अभी शादी नहीं करना है तो मुझे पांच लाख रुपये देने होंगे…’, इतना सुनते ही बौखलाकर प्रेमी विवेक ने दुपट्टे से सुमन का गला दबा दिया था। कुछ ही देर में सुमन की सांसें थम गई। घटना के बाद घबराए विवेक ने सोचा कि कहीं भाग जाए, लेकिन फिर उसके मन में आया कि पुलिस छापामारी करेगी, कब तक भागता रहेगा, इसलिए उसने थाने जाकर हत्या की बात कबूल कर ली। पुलिस ने जांच के बाद सोमवार को उसे जेल भेज दिया।
सुमन की हत्या का आरोपी विवेक सोरांव के बढ़िया गांव का रहने वाला है। एमएनएनआईटी के मेस में वह खाना बनाने का काम करता था। विवेक की बहन की शादी भदरी गांव में सुमन के मायके के पास हुई थी। पति से अनबन के बाद पिछले दो साल से सुमन अपने मायके भदरी गांव में रह रही थी। सुमन का बेटा करीब 10 साल का है। बहन के घर आने-जाने के दौरान 35 वर्षीय सुमन और उससे पांच साल छोटे विवेक के बीच मुलाकात होने लगी। वे एक-दूसरे को पसंद करने लगे। घरवालों से चोरी-छिपे दोनों अक्सर उसरही गांव के होटल में जाकर मिलने लगे। मिलते-जुलते दोनों ने शादी करने के बारे में भी सोच लिया था। हालांकि, विवेक का कहना है कि उसने सुमन से बोला था कि कानपुर में रहने वाले बड़े भाई के आने पर उनसे बात करने के बाद ही शादी का फैसला कर पाएगा। दूसरी तरफ उसकी बहन भी सुमन से विवाह करने के विरोध में थी। रविवार को दोनों इसी बात का फैसला करने उसरही गांव के होटल में पहुंचे थे।
दोनों ने पी थी शराब और खाई थी बिरयानी
पूछताछ में विवेक ने पुलिस को बताया कि रविवार दोपहर होटल में सुमन अपने साथ शराब की बोतल और बिरयानी लेकर आई थी। दोनों ने शराब पी और बिरयानी खाई। इसके बाद जल्द शादी करने या कुछ समय और इंतजार करने की बात पर उन दोनों में बहस होने लगी। विवेक ने पुलिस से कहा कि कहासुनी के दौरान सुमन ने अभी शादी नहीं करने पर पांच लाख रुपये की मांग कर दी। इस उन दोनों के बीच झगड़ा होने लगा।
दुपट्टे से गला घोंटकर मार डाला
इसी दौरान तैश में आकर उसने सुमन का गला उसके दुपट्टे से घोंट दिया। उसकी मौत के बाद वह सीधे थाने गया और पुलिस को हत्या के बारे में बताया। थाना प्रभारी बृजेश तिवारी ने बताया कि पूछताछ और मौके से सुबुत जुटाने के बाद विवेक को कोर्ट में पेशकर जेल भेज दिया गया।