भीषण दुर्घटना में विद्युत उपकरणों के संचालन में घोर लापरवाही करने वाले दो अधिकारियों को CM के निर्देश के बाद किया सस्पेंड

चमोली : उत्तराखंड के चमोली में करंट हादसे में 16 लोगों की जान चली गई। हादसा इतना भयानक था कि लोगों को संभलने का मौका तक नहीं मिला। इस घटना के बाद से ही लगातार मामले में कार्रवाई की मांग हो रही है। मामले में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ विपक्ष कड़े एक्शन की मांग कर रहा है। इस प्रकरण में सीएम पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर अब प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। मामले में एसटीपी का संचालन कर रही कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। साथ ही चमोली हादसा मामले में एसटीपी की देखरेख कंपनी के अपर सहायक अभियन्ता व प्रभारी अवर अभियन्ता, विद्युत वितरणखण्ड गोपेश्वर को निलम्बित कर दिया गया हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर चमोली हादसे के मामले में मुख्य महाप्रबंधक उत्तराखण्ड जल संस्थान द्वारा एसटीपी का संचालन एवं रखरखाव करने वाली फर्म के कार्याे के समुचित अनुश्रवण का दायित्व देख रहे हरदेव लाल, अपर सहायक अभियन्ता को निलम्बित किया गया है।

इस सम्बन्ध में जारी आदेश में मुख्य महाप्रबंधक द्वारा स्पष्ट किया गया है कि प्रथम दृष्ट्या हरदेव लाल अपर सहायक अभियन्ता के द्वारा विभागीय कार्यों एवं दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरते जाने का दोषी पाये जाने के दृष्टिगत उन्हें तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है।

इसी प्रकरण में महाप्रबंधक उत्तराखण्ड पावर कॉरपोरेशन लि. द्वारा कुन्दन सिंह रावत, प्रभारी अवर अभियन्ता विद्युत वितरणखण्ड गोपेश्वर को भी निलम्बित किया गया है।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर राजस्व उपनिरीक्षक तहसील चमोली द्वारा सुपरवाइजर ज्वाइन्ट वेन्चर कम्पनी एवं अन्य संबंधित के विरूद्ध नमामि गंगे के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट पर विद्युत उपकरणों के संचालन में घोर लापरवाही बरते जाने के संबंध में एफ. आई. आर. दर्ज कर दी गई है।