बरेली–(भूमिक मेहरा) बरेली के सिरौली थाना क्षेत्र के ग्राम गिरधरपुर में बृहस्पतिवार रात अनुसूचित जाति के एक व्यक्ति के घर दो बेटियों की बरात आई। इस दौरान बिरादरी से संबंधित गाने बजाने पर गांव के दबंगों ने घुड़चढ़ी रोक दी। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद बरात चढ़ सकी। बाद में दोनों पक्षों में समझौता हो गया। गिरधरपुर गांव के नरेश सागर की बड़ी बेटी की बरात बृहस्पतिवार को दिन में और छोटी बेटी की बरात रात में आनी थी। बड़ी बेटी की बरात अपराह्न चार बजे गांव पहुंची। गांव से थोड़ी दूर पहले से बैंड बाजे के साथ बरात चढ़ने लगी। इसी दौरान बिरादरी से संबंधित गाना बजा दिया गया। गांव के सवर्ण बिरादरी के कुछ युवकों ने इसका विरोध करते हुए बरात रोक दी। दोनों पक्षों में नोकझोंक भी हुई। इसके बाद बरात जनवासे में लौट गई।
दूसरी बरात को भी रोका
थोड़ी देर बाद नरेश की दूसरी बेटी की बरात भी गांव पहुंच गई। दबंगों ने इस बार बरात को अपने मोहल्ले से गुजरने से ही रोक दिया। पुलिस ने लोगों को समझाकर बरात निकलवाई। नरेश ने बड़ी बेटी को बृहस्पतिवार रात में तो छोटी बेटी को शुक्रवार दोपहर विदा कर दिया। सिरौली थाने के इंस्पेक्टर प्रयागराज सिंह ने बताया कि मौके पर पहुंचकर बरात की रस्मों को पूरा करा दिया गया। दोनों पक्षों ने आपस में सुलह कर ली है। अब वहां कोई विवाद नहीं है।