गुरुग्राम में फर्जी नंबर प्लेट लगाकर वाहन चलाने वालों की खैर नहीं है। गुरुग्राम पुलिस ने फर्जी नंबर प्लेट लगे वाहनों की पहचान के लिए एआई संचालित सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल शुरू किया है।
यह सॉफ्टवेयर आरटीओ द्वारा जारी किए गए वाहनों के रजिस्ट्रेशन नंबर से नंबर प्लेट को स्कैन और सत्यापित करने के लिए मौजूदा सीसीटीवी कैमरों का उपयोग करता है।
फर्जी नंबर प्लेट लगे शहर में चल रहे वाहनों की पहचान के लिए अब जर्विस साफ्टवेयर का उपयोग किया जाएगा। एआई संचालित साफ्टवेयर के लिए गुरुग्राम पुलिस ने स्टाकू टेक्नोलाजी कंपनी के साथ भागीदारी की है। इस साफ्टवेयर के माध्यम से कानून व्यवस्था, सुरक्षा, यातायात के सुचारु संचालन करने में मदद मिलेगी।
सीसीटीवी कैमरों का करता है इस्तेमाल
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि साफ्टवेयर में अत्याधुनिक तकनीक है। साफ्टवेयर आरटीओ द्वारा जारी किए गए वाहनों के रजिस्ट्रेशन नंबर से नंबर प्लेट को स्कैन और सत्यापित करने के लिए मौजूदा सीसीटीवी कैमरों का उपयोग करता है। यह विसंगतियों की तुरंत पहचान करता है और संबंधित अधिकारियों को वास्तविक समय में अलर्ट भी भेजता है
नंबर प्लेटों को रिकॉर्ड क्रॉस वेरिफाई करेगा यह सिस्टम
यह सिस्टम नंबर प्लेटों को सरकारी रिकॉर्ड के साथ तुरंत क्रॉस वेरिफाई करेगा और फर्जी नंबर प्लेट, चोरी हुए वाहन और ब्लैक लिस्टेड वाहन आदि जैसी विसंगतियों की पहचानने में सक्षम है।
यह तकनीक वाहनों को उनकी विशेषताओं जैसे रंग मॉडल आदि के साथ खोजने में भी सहायता करती है। पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा ने कहा कि कंपनी की एआई आधारित तकनीक गुरुग्राम पुलिस के लिए वाहन जांच में काफी महत्वपूर्ण साबित हुई है।
इसके ट्रायल के रूप में कुछ ही हफ्तों में कई वाहन संबंधी डिफाल्टरों की पहचान की गई।