बागेश्वर विधानसभा उपचुनाव शांतिपूर्वक संपन्न, 55.44 प्रतिशत हुआ मतदान

बागेश्वर विधानसभा उपचुनाव शांतिपूर्वक संपन्न, 55.44 प्रतिशत हुआ मतदान

बागेश्वर विधानसभा सीट पर उपचुनाव सम्पन्न हो गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार उपचुनाव में कुल 55.44% मतदान हुआ है। मतदान शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हुआ है। अब 8 सितंबर को मतगणना होगा। बागेश्‍वर विधानसभा सीट पर 2022 में हुए चुनाव में 57.83 प्रतिशत वोट पड़े थे।

बागेश्वर के विधायक और कैबिनेट मंत्री चंदनराम दास के निधन के बाद खाली हुई सीट पर आज मतदान हुआ। जिसके बाद अब 8 को मतगणना होगी। इस सीट पर भाजपा ने दिवंगत विधायक की पत्नी पार्वती दास को प्रत्याशी बनाया, जबकि कांग्रेस ने बसंत कुमार पर दांव खेला है। इन समेत पांच प्रत्याशी मैदान में हैं। मतदान को लेकर मतदाताओं में खासा उत्साह नजर आया।

शाम पांच बजे के बाद भी लोग लाइनों में लगे रहे। उपचुनाव में मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ था। जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने राजकीय बालिका इंटर कॉलेज बागेश्वर में मतदान किया। वहीं, कुमाऊं मंडल आयुक्त दीपक रावत एंड आईजी ने निर्वाचन कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया। साथ ही मतदान से संबंधी जानकारी ली। भाजपा की प्रत्याशी पार्वती दास ने अपने परिवार और बसंत कुमार ने भी परिजनों के साथ मतदान किया।

इधर चुनाव खत्म होते ही भाजपा ने बागेश्वर उपचुनाव शांतिपूर्ण संपन्न होने पर प्रसन्नता जताते हुए रिकॉर्ड मतों से जीतने का दावा किया है। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट की तरफ से जारी बयान में चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए बागेश्वर जी जनता, चुनाव आयोग और स्थानीय प्रशासन को बधाई दी है। उन्होंने दावा करते हुए कहा, जिस तरह से जनता ने उत्साहपूर्वक बढ़चढ़ कर मतदान किया है वो भाजपा सरकार के कामों पर मुहर लगाने का स्पष्ट संकेत है। बागेश्वर उपचुनाव के दौरान कांग्रेस ने विधानसभा के सत्र की कार्रवाई का लाइव टेलीकास्ट रुकवाने की मांग की। पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि वर्तमान विधानसभा सत्र का पहला दिन स्वाभाविक रूप से मृतक सदस्य को श्रद्धांजलि दी जाएगी, मृत सदस्य की विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में जहां उनकी पत्नी चुनाव लड़ रही है, वहां वोट पड़ रहे हैं। विधानसभा सचिवालय को चाहिए कि वो श्रद्धांजलि शब्दों को रिकॉर्ड करें, मगर उसको टेलीकास्ट न करें। सत्तारूढ़ दल द्वारा इस टेलीकास्ट को बागेश्वर विधानसभा क्षेत्र में अनेका नेक प्रकार से लाइव दिखाया जा रहा है, यह चुनाव आचार संहिता का घोर उलंघन है। हरीश रावत ने विधानसभा अध्यक्ष और चुनाव आयोग से निष्पक्षता के हित में सदन की करवाई का श्रद्धांजलि टेलीकास्ट रुकवाने की मांग की।