रुड़की : एसटीएफ और ड्रग विभाग की टीम ने जिस नकली दवा फैक्टरी का भंडाफोड़ किया है, उसमें देहरादून व रुड़की की दो कंपनियों के नाम से नकली एंटीबायोटिक दवाइयां बनाई जा रहीं थी। ड्रग विभाग ने नकली दवाइयों के सैंपल लेकर जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजे हैं। वहीं, एसटीएफ इंस्पेक्टर की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। टीम उसके साथियों को चिह्नित कर रही है।
मंगलवार को एसटीएफ और ड्रग विभाग की टीम ने रुड़की के मतलबपुर में घर में छापामारी कर नकली दवा बनाने वाली फैक्टरी पकड़ी थी। टीम ने मौके से मशीनें, नकली रैपर, कच्चा माल बरामद किया था। साथ ही फैक्टरी मालिक अमित धीमान निवासी मतलबपुर को गिरफ्तार किया था। नकली दवा की कीमत करीब 25 लाख थी। पूछताछ में आरोपी ने बताया था कि वह कूरियर के जरिये अलग-अलग प्रदेशों में सप्लाई करता था। मामले में एसटीएफ के इंस्पेक्टर की ओर से गंगनहर कोतवाली में तहरीर दी गई थी। पुलिस ने आरोपी अमित धीमान के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था। साथ ही बुधवार को आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।
वहीं, हरिद्वार ड्रग इंस्पेक्टर अनिता भारती ने बताया कि जो नकली दवाइयां मिली हैं, वह अलग-अलग कंपनी की एंटीबायोटिक दवाई हैं। आरोपी एक दवा देहरादून और दूसरी रुड़की की एक दवाई कंपनी के नाम से बना रहा था। उन्होंने बताया कि दोनों दवाओं के सैंपल लेकर देहरादून स्थित फोरेंसिंक जांच के लिए भेजे गए हैं। रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया कि अभी तक की जांच में सामने आया है कि आरोपी सहारनपुर निवासी दवा का काम करने वाले के संपर्क में था और उसे ही दवा सप्लाई करता था। उक्त व्यक्ति पर कार्रवाई के लिए सहारनपुर के ड्रग इंस्पेक्टर से पत्राचार किया गया है। उधर, पुलिस और एसटीएफ आरोपी अमित धीमान के संपर्क में रहने वालों चिह्नित कर रही है। माना जा रहा है कि इसमें जल्द ही अन्य गिरफ्तारी भी होंगी।