चुनाव आयोग ने इलेक्शन लड़ने पर इतने साल के लिए लगाया बैन, इमरान खान के लिए गले की हड्डी बना तोशाखाना मामला: पाकिस्तान

इस्लामाबाद: पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को भ्रष्टाचार के एक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को पांच साल के लिए अयोग्य घोषित कर दिया। इस्लामाबाद की निचली अदालत ने तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले में 70 वर्षीय खान को तीन साल कारावास की सजा सुनाई थी। अदालत ने खान के प्रधानमंत्री पद पर रहने के दौरान मिले उपहारों को बेचकर धन अर्जित करने का उन्हें दोषी ठहराया था। अदालत द्वारा सजा सुनाए जाने के बाद पंजाब पुलिस ने उन्हें लाहौर स्थित उनके निजी आवास जमन पार्क से गिरफ्तार कर लिया था। 

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पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) ने मंगलवार को अधिसूचना जारी कर खान को पांच साल के लिए अयोग्य घोषित कर दिया। ईसीपी ने अदालत के फैसले का हवाला दिया और कहा कि संविधान के अनुच्छेद 63(1) जिसे निर्वाचन अधिनियम -2017 की धारा 232 के तहत पढ़ा जाए, के तहत खान को अयोग्य घोषित कर दिया। ‘पीटीआई-भाषा’ को प्राप्त अधिसूचना की प्रति के मुताबिक, ‘‘इमरान खान नियाजी को पांच साल के लिए अयोग्य घोषित किया जाता है।”

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इमरान खान के 200 से अधिक समर्थक गिरफ्तार
वहीं पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के 200 से अधिक समर्थकों को गिरफ्तार किया गया है तथा उनमें वे लोग भी हैं जिन्होंने भ्रष्टाचार के मामले में उनकी गिरफ्तारी का विरोध किया था। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी । इस्लामाबाद की एक अदालत ने पूर्व प्रधानमंत्री एवं पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआई) के प्रमुख खान (70) को तोशाखाना मामले में ‘भ्रष्टाचार’ का गुनाहगार पाया था और उन्हें तीन साल की कैद की सजा सुनाई थी। उसके शीघ्र बाद शनिवार को उन्हें यहां जमां पार्क आवास से गिरफ्तार कर लिया गया था। वह फिलहाल पंजाब प्रांत की अटक जेल में हैं। 

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खान के एक दर्जन से अधिक समर्थकों पर आतंकवाद के आरोपों में मामला दर्ज 
पंजाब पुलिस के अनुसार खान की गिरफ्तारी के बाद से प्रांत के विभिन्न हिस्सों में पीटीआई के 200 से अधिक पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि पीटीआई ने आरोप लगाया है कि न केवल पुलिस ने खान की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे उसके कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया बल्कि उसने पार्टी पदाधिकारियों को हिरासत में लेने के लिए उनके घरों पर छापा मारा। पुलिस ने कहा कि खान के एक दर्जन से अधिक समर्थकों पर आतंकवाद के आरोपों में मामला दर्ज किया गया है। प्राथमिकी के अनुसार खान की मीडिया टीम समेत उनके साथ मौजूद लोगों ने शनिवार को उन्हें (खान को) गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम को धमकी दी थी। 

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प्राथमिकी में कहा गया है, ‘‘ उन्होंने हमला किया तथा पुलिसकर्मियों से सरकारी बंदूकें छीन लीं एवं उन पर बंदूकें तानकर उनकी जान लेने की धमकी दी। पुलिस ने बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया।” इस बीच पीटीआई की अधिवक्ता शाखा इंसाफ लॉयर्स फोरम ने सोमवार और मंगलवार को लाहौर उच्च न्यायालय के बाहर प्रदर्शन किया तथा ‘फर्जी मामले में’ उनके नेता को सजा सुनाए जाने को लेकर पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार एवं सेना के विरूद्ध नारेबाजी की। 

NEWS SOURCE : punjabkesari