रुड़की : प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के गुरुग्राम ओम शांति रिट्रीट सेंटर में आयोजित किए गए तीन दिवसीय अखिल भारतीय भगवदगीता महासम्मेलन में उत्तराखंड से महामंडलेश्वर यतिद्रानंद गिरी महाराज के साथ ही उत्तराखंड के संयुक्त शिक्षा निदेशक डॉ आनन्द भारद्वाज, उत्तराखंड सूचना विभाग के उपनिदेशक डॉ मनोज श्रीवास्तव व विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ के उपकुलपति डॉ श्रीगोपाल नारसन को उनकी विद्वता के लिए सम्मानित किया गया है। Scholars of Uttarakhand honored in Brahma Kumaris Bhagavad Gita Mahasammelan!


ब्रह्माकुमारीज़ के अतिरिक्त महासचिव बीके ब्रजमोहन भाई व ओम शांति रिट्रीट सेंटर की निदेशक राजयोगिनी आशा दीदी ने उन्हें शाल ओढाकर सम्मानित किया।इस अवसर पर बतौर स्पीकर उनके द्वारा भगवदगीता के विभिन्न पक्षो पर प्रकाश डालते हुए गीता के भगवान द्वारा रामराज्य की पुनः स्थापना विषयक विचार व्यक्त किए गए। Scholars of Uttarakhand honored in Brahma Kumaris Bhagavad Gita Mahasammelan!

महासम्मेलन में बताया गया कि भागवद्गीता आधुनिक मानव के लिए एक मॉडल कोड है , जिसे अपना कर मनुष्य अनेक समस्या से बच जाता है ।
उत्तराखंड के इन विद्वानों में जहां महामंडलेश्वर स्वामी यतिद्रानंद गिरी महाराज जीवनदीप आश्रम रुड़की के अधिष्ठाता व श्रीमद्भागवत गीता के परम विद्वान है,वही डॉ श्रीगोपाल नारसन श्रीमद्भागवत गीता शिव परमात्मा उवाच पुस्तक के रचयिता है।डॉ आनन्द भारद्वाज व डॉ मनोज श्रीवास्तव की भी ध्यान व राजयोग पर पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है। Scholars of Uttarakhand honored in Brahma Kumaris Bhagavad Gita Mahasammelan!
