दक्षिण भारत के राज्य केरल (Kerala) में तेजी से फैलते निपाह वायरस (Nipah virus) ने लोगों को दहशत में डाल दिया है। राज्य में हालात कितने गंभीर हो चुके हैं, अंदाजा इसी बात से लगा लीजिए कि सरकार ने वायरस के प्रसार को रोकने के लिए प्रतिबंधों की घोषणा की है। फिलहाल अब निपाह वायरस का नया मामला दर्ज हुआ है, जिससे संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 5 हो गई है।
24 साल का हेल्थ वर्कर मिला संक्रमित
अब केरल के कोझिकोड जिले में निपाह वायरस के एक और मामले की पुष्टि हुई है। एक निजी अस्पताल के 24 साल के हेल्थ वर्कर में निपाह वायरस के लक्षण मिले हैं। इसी अस्पताल में 30 अगस्त को संक्रमण से एक पीड़ित की मौत हुई थी।
केरल में अब तक 2 की मौत
ये वायरस केरल में अब तक दो लोगों की जान ले चुका है। राज्य में पहले निपाह के 4 मामले दर्ज थे- उनमें से दो की पिछले दो सप्ताह में मृत्यु हो गई है। फिलहाल स्वास्थ्यकर्मी और दो अन्य लोगों का इलाज चल रहा है।
संपर्क में आए मरीजों की तलाश बनी चुनौती
अभी तक जिन मरीजों में वायरस की पुष्टि हुई है, उनके संपर्क में आए लोगों की तलाश करना सरकार और स्वास्थ्य विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती बन चुका है। एक अनुमान के मुताबिक, 700 से अधिक लोग इन मरीजों के संपर्क में आए हैं।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज बताते हैं कि संपर्क सूची में शामिल 706 लोगों की पहचान की गई है, उनमें से 77 व्यक्ति उच्च जोखिम श्रेणी में हैं और 17 व्यक्तियों को कोझिकोड के अस्पतालों में अलग रखा गया है। पुष्टि किए गए मामलों की संपर्क सूची में करीब 153 स्वास्थ्य कार्यकर्ता भी शामिल हैं।
केरल में ‘मिनी लॉकडाउन’!
निपाह वायरस के बाद केरल के कोझिकोड में ‘मिनी लॉकडाउन’ जैसी स्थिति हो गई है। सरकार ने यहां कई प्रतिबंध लगाए हैं।
जांच में लगे हैं स्वास्थ्य विशेषज्ञ
जिले में निपाह वायरस के संक्रमण की पुष्टि होने के तुरंत बाद मुख्यमंत्री विजयन ने लोगों से नहीं घबराने और एहतियात बरतने की सलाह दी है। निपाह वायरस के केरल में आने के बाद स्वास्थ्य विशेषज्ञ इसके बारे में जानकारी जुटाने में लगे हुए हैं। पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) की टीम भी इस काम में लग गई है।