उत्तराखंड के जिला सितारगंज के रहने वाले आईएएस अधिकारी हिमांशु गुप्ता की। हिमांशु गुप्ता आईएएस, सभी सिविल सेवा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के लिए एक प्रेरणा का स्त्रोत हैं क्योंकि गरीबी और कई कठिनाइयों के होने के बावजूद इन्होने कभी हार नहीं मानी, सबका डट का सामना किया और अंत में कड़ी मेहनत करके यूपीएससी में सफलता हासिल की।
ऐसे आईएएस अफसर की कहानी हैं, जिसने गरीबी और मुश्किलों में भी अपने इस सपने को नहीं छोड़ा और निरंतर डटा रहा। अपने स्कूल के दिनों में उसे रोज 70 किलोमीटर दूर स्कूल जाना पड़ता था और उनके पिता मजदूरी करते थे।
कुछ समय ठेले पर चाय बेचीं
आर्थिक तंगी और बहुत ही कम संसाधनों में भी अपनी हिम्मत बंधे रखी और उन्होंने अपने मज़दूर पिता की मदत करने के लिए कुछ समय ठेले पर चाय भी बेचीं। यह कहानी है आईएस हिमांशु गुप्ता (IAS Himansu Gupta) की, जिन्होंने मेहनत और संघर्ष के बाद सफलता पाने की मिसाल पेश की है।