नई दिल्ली: दिल्ली में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने शुक्रवार को एक अहम घोषणा की। दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा कि पार्टी आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में सभी 70 सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने साफ किया कि कांग्रेस का आम आदमी पार्टी (आप) या किसी अन्य दल के साथ किसी भी तरह का गठबंधन नहीं होगा।
मुख्यमंत्री पद का फैसला चुनाव के बाद
देवेंद्र यादव ने कहा कि कांग्रेस दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपने उम्मीदवारों को लेकर पूरी ताकत के साथ मैदान में उतरेगी। मुख्यमंत्री उम्मीदवार का फैसला चुनाव के बाद कांग्रेस विधायक दल द्वारा लिया जाएगा। उन्होंने इस बात को भी स्पष्ट किया कि किसी अन्य पार्टी के साथ गठबंधन की कोई योजना नहीं है। कांग्रेस इस चुनाव को अकेले लड़ेगी और दिल्ली की जनता को एक नया विकल्प देगी।
लोकसभा चुनाव में था कांग्रेस-आप गठबंधन
गौरतलब है कि इस साल के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच गठबंधन हुआ था। दोनों पार्टियां मिलकर दिल्ली में चुनाव लड़ी थीं, लेकिन दोनों दलों को एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं हुई। इसके बाद आम आदमी पार्टी ने घोषणा की थी कि वह दिल्ली विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी। पिछले विधानसभा चुनाव में आप ने 70 में से 60 से ज्यादा सीटें जीती थीं, जबकि कांग्रेस का इस चुनाव में एक भी विधायक नहीं था।
केजरीवाल ने दिल्ली चुनाव को ‘धर्मयुद्ध’ बताया
इस महीने की शुरुआत में, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आगामी विधानसभा चुनावों को ‘महाभारत’ के समान धर्मयुद्ध से जोड़ा था। एक कार्यक्रम में बोलते हुए, उन्होंने कहा था कि दिल्ली विधानसभा चुनाव एक ‘धर्मयुद्ध’ जैसा है, जिसमें बीजेपी के पास कौरवों की तरह अपार धन और शक्ति है, लेकिन भगवान और जनता हमारे साथ हैं, जैसे पांडवों के साथ थे।
इस तरह, दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस ने जहां अपनी पूरी ताकत से चुनाव लड़ने का ऐलान किया है, वहीं आम आदमी पार्टी भी चुनावी मुकाबले में पूरी तरह तैयार दिख रही है। अब देखना यह होगा कि दिल्ली की जनता किसे अपना समर्थन देती है।
NEWS SOURCE Credit : punjabkesari