रुड़की : सिविल अस्पताल रुड़की में सौर ऊर्जा के दो प्लांट लगने जा रहे हैं जिनकी क्षमता 250 कवि होगी 100 कीवी प्लांट का काम सोमवार से शुरू होने जा रहा है गर्मियों में अक्सर बिजली की कमी होने की वजह से और बिजली की मांग आपूर्ति से अधिक हो जाने से बिजली कटौती शुरू हो जाती है. Roorkee Civil Hospital will generate electricity for itself


इसके अलावा ट्रांसफार्मर पर भी अधिक लोड करने लगता है और फाल्ट होने लगते हैं कई बार बिजली गुल हो जाने की वजह से सिविल अस्पताल में ऑपरेशन तक प्रभावित हो जाते हैं लेकिन सिविल हॉस्पिटल रुड़की ने इसका समाधान ढूंढ लिया है उत्तराखंड अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण देहरादून के सहयोग से सौर ऊर्जा के दो प्लांट सिविल अस्पताल रुड़की में लगने जा रहे हैं जिससे कि अस्पताल में 24 घंटे बिजली की आपूर्ति बहाल रहे 100 कवि व 150 केवी क्षमता के यह दो सौर ऊर्जा प्लांट जो अस्पताल में लगेंगे उसके लिए उरेडा की टीम निरीक्षण कर चुकी है. Roorkee Civil Hospital will generate electricity for itself

सोमवार से इसका काम शुरू हो गया हैं सबसे पहले 100 कवि का प्लांट लगाया जाएगा उसके बाद डेढ़ सौ केवी के दूसरे प्लांट पर काम शुरू होगा इससे सिविल अस्पताल रुड़की को करीब हर महीने ₹200000 से अधिक की बचत भी होगी और जरूरत पड़ने पर जो एक्स्ट्रा बिजली होगी अस्पताल उसको बीच भी सकता हैअपना बिजली उत्पादन होने की वजह से अस्पताल में 24 घंटे बिजली रहेगी कोई भी ऑपरेशन डालना नहीं पड़ेगा मरीजों को परेशानी नहीं होगी चिकित्सक भी मरीज का उपचार अच्छे से कर सकेंगे अस्पताल के कार्यवाहक सीएमएस डॉक्टर राकेश पांडे ने यह जानकारी दी है. Roorkee Civil Hospital will generate electricity for itself

इस बिजली उसे उत्पादन से अस्पताल के वार्ड ऑपरेशन थिएटर ओपीडी स र लब अल्ट्रासाऊंड लब आदि के अलावा अस्पताल के कैंपस को भी लगातार बिजली मिलती रहेगी इन सब चीजों के लिए अभी तक सिविल अस्पताल रुड़की को लगभग हर महीने ₹ दो लाख तक के बिल का भुगतान करना पड़ता है और बिजली गुल हो जाने के बाद परेशानी भी उठानी पड़ती है लेकिन अब सिविल अस्पताल रुड़की खुद की बिजली बनाएगा और इस्तेमाल करेगा और फालतू बिजली को बेच भी सकेगा. Roorkee Civil Hospital will generate electricity for itself
