रूड़की : आज सोमवार रामनगर स्थित गुरुद्वारा श्री कलगीधर साहिब जी में बंदी छोड़ दिवस का कार्यक्रम नगर की साध संगत के द्वारा बड़े ही हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। गौरतलब रहे कि हर वर्ष की भांति इस बार भी दीवाली के अगले दिन गुरूद्वारा श्री कलगीधर साहिब अपनी स्थापना की वर्षगांठ को भी मना रहा है। इस वर्ष गुरूद्वारा साहिब यह 60 वीं वर्षगांठ है। बंदी छोड़ दिवस एवं स्थापना दिवस का यह एक दिवसीय विशाल संयुक्त कार्यक्रम है।
इस उपलक्ष्य पर सुबह से ही विभिन्न कीर्तनी जत्थों के द्वारा गुरूबाणी सबद कीर्तन का पाठ लगातार चल रहा है। बंदी छोड़ दिवस का इतिहास सिक्ख धर्म के छठे गुरु श्री हरगोविंद साहिब जी से जुड़ा हुआ है। इस दिन गुरु साहिब जी ने जहांगीर की कैद से 52 राजाओं को मुक्त कराया था।
सायं काल में संगत के द्वारा श्री सुखमनी साहिब जी का पाठ भी किया जाएगा। साथ ही इस अवसर पर श्री हरमंदिर साहिब जी अमृतसर से हजूरी रागी भाई सुखजीत सिंह जी कोहाड़का का सबद कीर्तन विशेष रहेगा।
इस अवसर पर दोपहर एवं रात्रि में गुरु का लंगर प्रसाद अटूट चलता रहेगा। कार्यक्रम में नगर एवं आस-पास के क्षेत्रों की संगत हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी बढ़-चढ़कर सेवा व सहभागिता कर रही है।
इस मौके पर गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरदार नरेंद्र सिंह सचदेवा, सचिव सरदार कमलजीत सिंह, कोषाध्यक्ष सरदार जसप्रीत सिंह, सरदार चरणप्रीत सिंह, सरदार तजिंदर सिंह, सरदार विनायक सिंह, सरदार सतेंद्र सिंह और राजेंद्र कुमार अरोड़ा सहित नगर की साध संगत के अनेक सेवादारों द्वारा लंगर व कार्यक्रम की व्यवस्था के विभिन्न विभागों के प्रबंधन में संलग्नता रही।