लखनऊ–(भूमिक मेहरा) हजरतगंज में शनिवार को एक छात्र काॅमर्स हाउस बिल्डिंग की आठवीं मंजिल से कूद गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया, वहां उसकी मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक आशंका है कि छात्र ने प्रेम प्रसंग के चलते जान दी है। जानकीपुरम सहारा गेट नंबर दो के पास आदित्य दुबे (17) अपने पिता विनय दुबे, मां और बहन के साथ रहते थे। पिता विनय दुबे हलवासिया कंपनी के लीगल एडवाइजर हैं और उनका एक मकान नोएडा में है। आदित्य हलवासिया में स्थित एक कोचिंग सेंटर से जेईई (जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन) की तैयारी कर रहे थे। शनिवार तड़के आदित्य घर से निकले और करीब साढ़े छह बजे कोचिंग सेंटर के पास बनी काॅमर्स हाउस बिल्डिंग पहुंचे। फायर एग्जिट की सीढ़ियों से बिल्डिंग के आठवें तल पर गए और वहां से नीचे कूद गए। बिल्डिंग के गार्ड ने घटना की जानकारी हजरतगंज पुलिस को दी थी।
सुबह साढ़े चार बजे घर से निकला था छात्र
इंस्पेक्टर हजरतगंज विक्रम सिंह के मुताबिक जांच में पता चला है कि आदित्य के पिता दो दिन पहले पत्नी संग कंपनी के काम से गुरुग्राम गए थे। घर में आदित्य व उसकी बहन ही थी। शनिवार सुबह चार बजे वह दोस्तों संग क्रिकेट खेलने की बात कहकर घर से निकला था। पर जब घर से घटनास्थल तक सीसीटीवी फुटेज देखी गईं तो सामने आया कि वह सीधे बिल्डिंग गया था।
महिला दोस्त को किए थे वाइस व वीडियो कॉल
कूदने से पहले आदित्य ने अपनी महिला मित्र को काॅल की थी। पर उसका फोन स्विच ऑफ जा रहा था। इस पर उन्होंने कई वाइस व वीडियो कॉल भी भेजे थे। ऐसे में आशंका है कि आदित्य का महिला मित्र से प्रेम प्रसंग था। फिलहाल छात्र के मोबाइल को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
किसी बात के चलते थे तनाव में
पुलिस की अब तक की जांच में प्रेम प्रसंग की बात सामने आ रही है। इसके अलावा यह भी पता चला है कि आदित्य किसी बात को लेकर कुछ दिनों से तनाव में थे। इंस्पेक्टर विक्रम सिंह के मुताबिक अभी तक परिजनों ने कोई शिकायत नहीं की है। तहरीर मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बेटा चला गया अब किसके सहारे जिंदा रहूंगी…
सुबह आदित्य की मौत की सूचना मिलते ही मां-पिता गुरुग्राम से चल दिए। शाम करीब साढ़े चार बजे सिविल अस्पताल पहुंचे। बेटे का शव देखकर मां बेसुध हो गई। रुंधे गले से सिर्फ यही आवाज निकल रही थी कि मेरा बेटा चला गया अब मैं किसके सहारे जिंदा रहूंगी…।