उत्तर प्रदेश पुलिस और एसटीएफ के हाथ बड़ी सफलता लगी है। शामली से एसटीएफ ने आतंकी गतिविधियों में शामिल एक अपराधी को गिरफ्तार है। अपराधी का नाम कलीम है जो कि शामली जिले का रहने वाला है। पुलिस ने कलीम को 16 अगस्त को गिरफ्तार किया। कलीम पर पाकिस्तान खुफिया एजेंसी आईएसआई और आतंकी संगठन के साथ मिलकर अवैध असलहों को एकत्र कर भारत में आतंकी गतिविधी को अंजाम देने की साजिश करने का आरोप है। अधिकारियों का कहना है कि भारत की आंतरिक और बाह्य सुरक्षा को क्षति पहुंचाने के इरादे से ये बड़ी घटना को अंजाम देने के प्रयास में था।
क्या बोले पुलिस अधिकारी
इस बाबत यूपी के स्पेशल डीजीपी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने कहा कि राष्ट्रविरोधी तत्व दूसरे देश मे बैठकर सोशल मीडिया के जरिए ऐसे युवाओं की पहचान करते हैं जिनको वे एंटी नेशनल एक्टिविटी में लगा सके। आर्थिक स्थिति कमजोर होने या कम पढ़े लिखे होने के कारण युवा ऐसे काम करने लगते हैं। एटीएस के पास रिफॉर्म करने का प्रोसस भी है। उन्होंने कहा, हम कोशिश करते हैं कि वो सही रास्ते पर आ जाएं। इन लोगों को भड़काया जाता है। उनको कहा जाता है कि भारत में उनके साथ ज्यादती हो रही है।’ उन्होंने कहा कि अयोध्या की सिक्योरिटी प्लान पर काम हो रहा है। मंदिर ही नहीं पूरी अयोध्या में सुरक्षा कड़ी की जाएगी। साथ ही वाराणसी, ताजमहल, गोरखपुर, मथुरा सभी जगहों की रोज मानिटरिंग की जाती है। इनकी सुरक्षा की खास कार्ययोजना है।
कई आतंकियों की यूपी से हुई गिरफ्तारी
बता दें कि इससे पहले एटीएस ने 1 जुलाई को गोंडा के रहने वाले सद्दाम शेख को गिरफ्तार किया था। सद्दान का लिंक अलकायदा, हिजबुल मुजाहिद्दीन और अंसार गजवातुल हिंद के साथ मिला है। यह रामजन्मभूमि मामले पर कोर्ट के फैसले से नाराज था और बदला लेना चाहता था। एटीएस की पूछताछ ने सद्दाम ने बताया कि वह हिंदू था और उसका नाम रंजीत सिंह था। लेकिन 1999 में वह मुसलमान गया। एटीएस की पूछताछ में उसने बताया कि वो शरिया कानून बनाकर भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाना चाहता है।
इससे पहले एटीएस ने 6 जुलाई को गोरखपुर के मुहम्मद तारिक को गिरफ्तार किया था जो आईएसआईएस की विचारधारा से जुड़ा था। पूछताछ में उसने बताया कि वह अबु बकर अल बगदादी के वीडियो देखता है। वह मुजाहिद अबु सईद अल ब्रितानी, अल अदानानी के जिहाद से जुड़े लेखों से प्रभावित है। वह मुजाहिद बनकर भारत में जिहाद कर शरिया कानून लाना चाहता है। वआईएसआईएस विचारधारा के युवकों को जिहाद के लिए तैयार करने की फिराक में था।
यूपी एटीएस ने 16 जुलाई को गोंडा के रहने वाले मोहम्मद रईस को गिरफ्तार किया था। रईस ने बताया कि वह बाबरी मस्जिद के नाम पर ही आईएसआई का एजेंट बना। 16 जुलाई को ही यूपी एटीएस ने अरमान अली सैय्यद नाम के शख्स को गिरफ्तार किया। दरअसल बाबरी मस्जिद को लेकर सलमान नाम के शख्स ने रईस को भड़काया था।
NEWS SOURCE : indiatv