कांग्रेस की राष्ट्रीय कार्यसमिति में उत्तराखंड से पूर्व सीएम हरीश रावत और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल को भी जिम्मेदारी दी गई है। साथ ही प्रभारी के तौर पर देवेंद्र यादव और देहरादून के निवासी गुरदीप सिंह सप्पल को भी कांग्रेस राष्ट्रीय कार्यकारिणी (सीडब्ल्यूसी) में जगह मिली है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को पार्टी की कार्यसमिति की घोषणा कर दी।
महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी सदस्यों की लिस्ट के अनुसार, कार्यसमिति में उत्तराखंड से पूर्व सीएम हरीश रावत को स्थायी आमंत्रित सदस्य के रूप में जगह दी गई है। स्थायी आमंत्रित सदस्यों में ज्यादातर वरिष्ठ नेताओं को ही जगह मिली है। वहीं, पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल को विशेष आमंत्रित सदस्य के तौर पर शामिल किया गया है।
उत्तराखंड के प्रभारी के तौर पर देवेंद्र यादव और कार्यालय प्रभारी के तौर पर गुरदीप सिंह सप्पल को भी स्थान दिया गया है। सप्पल देहरादून के ही रहने वाले हैं। मालूम हो कि पिछली कार्यसमिति में उत्तराखंड से सिर्फ हरीश रावत को ही जगह मिल पाई थी, जबकि इस उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व बढ़ा है।
हरीश का कद बरकरार, गणेश को इनाम
उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत को एक बार फिर कांग्रेस कार्यसमिति में जगह देकर पार्टी हाईकमान ने देश-प्रदेश की राजनीति में उनका कद बरकरार रखा है। साथ ही रावत खेमे के खास नेता और पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल को भी कार्यसमिति में जगह देकर हरीश कैंप के ‘अच्छे दिन’ जारी रहने के संकेत दिए हैं।
कांग्रेस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी को पार्टी का सर्वोच्च निकाय माना जाता है। इसमें जगह मिलने से नेताओं के कद और उन पर हाईकमान के भरोसे का भी अंदाजा लगता है। पिछली कार्यसमिति में उत्तराखंड से एकमात्र नाम पूर्व सीएम हरीश रावत का था, तब उन्हें असम और पंजाब का भी प्रभारी बनाया गया था।
अब हाईकमान ने उत्तराखंड से किसी भी नेता को कार्यसमिति के सीधे निर्वाचित सदस्यों में तो नहीं रखा, अलबत्ता रावत को बतौर स्थायी आमंत्रित सदस्य, दूसरे स्थान पर जगह दी है। साथ ही विशेष आमंत्रित सदस्य बनाए गए गणेश गोदियाल भी रावत के करीबी माने जाते हैं, इससे स्पष्ट है कि उत्तराखंड में हाईकमान के लिए अब भी सबसे अधिक भरोसा हरीश रावत पर ही है।
NEWS SOURCE : livehindustan