रुड़की : सचिन नयाल ने उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा सिविल जज की परीक्षा उत्तीर्ण की है। बुधवार 30 अगस्त को इसका परिणाम घोषित हुआ है। यू.पी. पीसीएस जे परीक्षा के लिए वह लंबे समय से तैयारी कर रहे थे। सचिन नयाल ने बिना किसी कोचिंग की सहायता से यह उपलब्धि मात्र 26 वर्ष में हासिल कर छात्रों और नौजवानों के लिए प्रेरणा के रूप में भी कीर्तिमान स्थापित किया है।
रुड़की के सोनालीपुरम निवासी सचिन नयाल पुत्र दीनबंधु नयाल (पिता) व विजय लक्ष्मी नयाल (माता) अपनी कामयाबी का श्रेय सचिन अपने परिवारजनो को देते हैं साथ ही अपनी पुस्तकों को वह अच्छा मित्र बताते हुए प्रतियोगी परीक्षाओं में कामयाबी के लिए एकाग्रता को आवश्यक मानते हैं, सचिन यह भी मानते हैं कि आज की युवा पीढ़ी को सोशल मीडिया का सदुपयोग करने की आवश्यकता है,
अनावश्यक रूप से सोशल मीडिया का प्रयोग नुकसान दे सकता है, सोशल मीडिया प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उपयोगी माध्यम है यदि उसका सदुपयोग किया जाए, इसके अलावा युवाओं को नशे से भी दूर रहना बहुत आवश्यक है क्योंकि यह मस्तिष्क की एकाग्रता को कम करता है एवं शारीरिक फिटनेस को भी प्रभावित करता है जो की प्रतियोगी परीक्षाओं की कामयाबी में एक बड़ी बाधा हो सकती है।
अपनी न्यायिक सेवा और समाज के संबंध में सचिन नयाल यह भी मानते हैं की न्यायिक प्रणाली सामाजिक सुधार और पीड़ित पक्ष को न्याय दिलाने हेतु बनी व्यवस्था है, समाज की सर्वोच्च स्वच्छ व पवित्र व्यवस्था के लिए चयनित होने के लिए वह कृतज्ञ हैं, तथा अपनी सेवा के दौरान सामाजिक व्यवस्था को सुधारने के लिए राज्य व राष्ट्र की उम्मीद पर खरा तो उतरेंगे ही बल्कि वह अपना मूल उद्देश्य संवेदनशील एवं तटस्थ रहना नहीं भूलेंगे, यही कानून एवं संविधान का मूल ध्येय है।