जयपुर की मिठाई दुकानों ने उत्पाद के नाम से ‘पाक’ हटा दिया, मैसूर पाक का नाम बदलकर मैसूर श्री कर दिया; भारतीय भाषाविद् ने कहा ‘पाक का मतलब है…’

जयपुर की मिठाई की दुकानों ने मिठाइयों के नाम बदलने का फैसला किया है। इस फैसले का कारण यह है कि कई स्थानीय विक्रेता इस बात से चिंतित हैं कि मिठाइयों के नाम में 'पाक' शब्द का समावेश करने पर लोगों को यह शब्द पाकिस्तान से संबंधित लग सकता है। 


विक्रेताओं का मानना है कि यह परिवर्तन ग्राहकों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए किया गया है ताकि किसी प्रकार की गलतफहमी या अनावश्यक विवाद से बचा जा सके। उदाहरण के लिए, कई मिठाइयों जैसे 'पाक' से शुरू होने वाले नाम अब बदलकर कुछ ऐसा कर दिया गया है जो भारतीय परंपरा और संस्कृति के अनुरूप हो।


जयपुर की मिठाई की दुकानों ने इस निर्णय के पीछे सांस्कृतिक संवेदनशीलता का ध्यान रखा है। यह कदम इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत में मिठाई केवल एक खाद्य पदार्थ नहीं बल्कि त्यौहारों और खुशियों का प्रतीक होती है। विक्रेताओं का यह भी मानना है कि नाम बदलने से न केवल स्थानीय ग्राहकों की भावनाओं का सम्मान होगा, बल्कि इससे व्यापार में भी वृद्धि होने की संभावना है।


कुछ विक्रेताओं ने कहा कि यह कदम उन्हें अपने ग्राहकों के साथ एक मजबूत भावनात्मक जुड़ाव बनाने में मदद करेगा। इस प्रकार की पहल से यह भी स्पष्ट होता है कि जयपुर में व्यापारिक समुदाय अपने ग्राहकों की भावनाओं को कितना महत्व देता है।