राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) उत्तराखंड श्रीनगर के पूर्व निदेशक प्रो. एचटी थोराट के खिलाफ एलटीसी (लीव ट्रैवल कन्सेशन) के नाम पर सरकारी धन का गबन और धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज हुआ है।
एनआईटी के कुलसचिव डा. धर्मेंद्र त्रिपाठी ने इसे लेकर शिकायत की है। मुकदमे की जांच श्रीनगर कोतवाली के एसएसआई संतोष पैथवाल को सौंपी गई है। माना जा रहा है कि जांच की आंच संस्थान के अन्य अधिकारियों तक भी पहुंच सकती है।
वर्ष 2013-14 में प्रो. एचटी थोराट एनआईटी उत्तराखंड के निदेशक के पद पर तैनात थे। उस दौरान किसी ने इसकी शिकायत सीबीआई से की थी। मार्च 2022 में सीबीआई देहरादून ने जांच कर मामले में अग्रिम कार्यवाही को लेकर एनआईटी श्रीनगर प्रशासन के साथ ही केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को भी लिखा।
शिक्षा मंत्रालय से इस संबंध में एनआईटी प्रशासन को अग्रिम कार्यवाही के लिए कहा गया। इसे लेकर एनआईटी कुलसचिव ने डाॅ. धर्मेंद्र त्रिपाठी ने श्रीनगर कोतवाली में तहरीर दी है। बता दें कि गढ़वाल विश्वविद्यालय में भी कुछ साल पहले एलटीसी घोटाला हुआ था।
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