हरिद्वार में धूमधाम से मनाया गया अन्नकूट महोत्सव……

हरिद्वार के भारत माता मंदिर में अन्नकूट महोत्सव बड़ी धूमधाम और श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस अवसर पर भगवान को 56 प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया गया और श्रद्धालुओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज का संबोधन

आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज ने कहा कि अन्नकूट महोत्सव भक्ति, समर्पण और परंपरा का संगम है। इस पर्व को मनाने से लंबी आयु और आरोग्य की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक ऊर्जा से ही मनुष्य का कल्याण संभव है और परिवारों में सुख-समृद्धि और शांति का वास होता है।

“संतों का आशीर्वाद”

महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी महाराज ने कहा कि अन्नकूट महोत्सव का धार्मिक और सामाजिक महत्व है। उन्होंने कहा कि इस पर्व के माध्यम से समाज को धार्मिक संदेश मिलता है और हमें गरीब और असहाय लोगों के उत्थान में योगदान देने की प्रेरणा मिलती है।

“कार्यक्रम में शामिल संत-महापुरुष”

कार्यक्रम में महामंडलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरी, स्वामी आत्मानंद, स्वामी कैलाशानंद, स्वामी शिव आत्मानंद सहित कई संत-महापुरुष और श्रद्धालु भक्त उपस्थित थे। समन्वय सेवा ट्रस्ट एवं भारत माता जनहित ट्रस्ट के सचिव आईडी शास्त्री ने सभी संत-महापुरुषों का स्वागत किया।आध्यात्मिक संदेश इस अवसर पर स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज ने कहा कि सनातन धर्म और संस्कृति की पताका को देश-विदेश में फहराने में हम सभी का योगदान होना चाहिए। उन्होंने सभी से मनुष्य कल्याण में योगदान देने और अन्नकूट महोत्सव के धार्मिक महत्व को समझने का आह्वान किया।