रुड़की: ढ़डेरा नगर पंचायत के वार्डों का पुन परिसीमन करने एवं सभी वार्डो में मतदाताओं के एक समान करने हेतु धरने का आज 13 वा दिन..

हम किसी से कम नहीं हम दिखा देंगे कैसे सरकार हमारी मांग नहीं मानती -वरिष्ठ उपाध्यक्ष आन कैप्टन जिवानन्द बुडाकोटी। रुड़की 22सितम्बर। ढ़डेरा नगर पंचायत के वार्डों का पुनः परिसीमन करने एवं सभी वार्डो में मतदाताओं के एक समान करने हेतु धरने का आज 13वें दिन पर वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी अशोक नगर क्षेत्रीय विकास समिति के उपाध्यक्ष आन कैप्टन जिवानन्द बुडाकोटी ने कहा कि हम सैनिक हैं और सैनिक एक बार जब मोर्चे पर डट जाता है तो बिना जीत के या बलिदान के वापिस नही आता। सरकार हमारी परीक्षा न ले।

बहुत हो गई सरकार की हठधर्मिता जो अब सहन नहीं होती।हम न्याय के लिए लड़ रहे हैं और न्याय लेकर ही यहां से उठेंगे नहीं तो हमारी अर्थी उठेगी।शिव चरण बिजौला, सतेंद्र काला, सुरेंद्र सिंह बिष्ट,खिमा नन्द भट्ट ने कहा हमे बहुत बड़ा दुःख हो रहा है कि जिसे हम अपनी सरकार कहते हैं उस सरकार की उपेक्षा के शिकार हम हो रहे हैं.

जो सरकार को भारी पडेगी।आन केप्टन महेश राणाकोटी जी ने अपनी स्व रचित कविता के माध्यम से उत्तराखंड आन्दोलन एवं ढ़डेरा फाटक पर स्वीकृत पुल के संघर्ष को याद करते हुए कहा “धन्य है यह मातृशक्ति, तुम्हें शत शत प्रणाम।”धरना पर सभी कालोनियों के अध्यक्ष एवं महिला अध्यक्षाओं के अलावा सभी निवासियों ने कहा कि सरकार को बहुत समय दे दिया अब आर पार की लड़ाई है।अगर कल 11बजे तक सरकार द्वारा ठोस कार्रवाई का आश्वासन नहीं मिलता तो हम सभी आमरण अनशन करने को मजबूर होंगे जो सरकार की न्याय की अनदेखी और अन्याय को प्रोत्साहित करने को सावित करता है।

आज धरने पर नन्दन सिंह रावत, अनिल डोभाल,दिक्का ध्यानी,भारती रौतेला,गीता भण्डारी, गुरु देव सिंह रावत, रमेश भट्ट,खुशाल सिंह पपोला,अशोक राणा, सुभाष पंवार,विनोद कक्त्वान,सोहन सिंह नेगी,विक्रम सिंह,गौर सिंह भण्डारी, अनिल भट्ट,सोहन चन्द्र ध्यानी, पवित्रा नेगी,रेखा नेगी,किरण सिंह, सुलोचना रावत आदि रहे।

आज हर्ष प्रकाश काला केन्द्रीय अध्यक्ष के नेतृत्व में सुरेंद्र सिंह बिष्ट, नन्दन सिंह रावत,देव सिंह सांवत , इन्द्र पाल सिंह गुसाईं ने पूर्व केविनेट मन्त्री एवं वरिष्ठतम विधायक मान कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन जी को इस पक्षपात पूर्ण परिसीमन को ठीक करने हेतु ज्ञापन दिया। उनके द्वारा शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया गया।