क्रिकेट विश्व कप में देहरादून के डॉ. कमल शर्मा व बेटी कृति शर्मा की जोड़ी कर रही कमाल…

क्रिकेट विश्व कप में देहरादून के डॉ. कमल शर्मा व बेटी कृति शर्मा की जोड़ी कर रही कमाल...

विश्व कप क्रिकेट के मुकाबलों में देहरादून निवासी क्रिकेट फोटोग्राफर डॉ. कमल शर्मा व उनकी बेटी कृति शर्मा (रिपोर्टर गढ़वाल पोस्ट) भी पेशेवर फोटोग्राफर के रुप में विश्व कप के सभी मैचों को कवर करेंगे। इसकी शुरूआत ऑस्ट्रेलिया- न्यूजीलैंड के बीच हुए एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच से हुई। डॉ. कमल शर्मा पिछले 15 वर्षों से देहरादून के गल्जवाड़ी में रह रहे हैं।

वह पिछले तीन दशक से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बतौर स्पोर्ट्स फोटो जर्नलिस्ट काम कर रहे हैं। दुनिया भर के क्रिकेटरों के बीच काफी लोकप्रिय फोटोग्राफर डॉ. कमल ने जिन प्रतिष्ठित खिलाड़ियों को अपने कैमरे में कैद किया है, उनकी सूची लंबी है और इसमें खेल की दुनिया के सबसे लोकप्रिय नाम शामिल हैं।

यह वह व्यक्ति थे जो स्पोर्ट्स फोटोग्राफी में ग्लैमर का प्रतीक रहे और जिन्होंने अपने दम पर खेलों की लोकप्रियता को अलग स्तर तक पहुंचाया। अब तक वह अधिकारिक रुप से 11 आईसीसी विश्व कप, 415 एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच समेत कुल 20 आईसीसी खेल आयोजन व यूरोपीय गोल्फ टूर्नामेंट को कवर किया है।

यूएस ओपन की कवरेज के दौरान उन्होंने अमेरिका की चर्चित वर्ल्ड ट्रेड टावर की घटना को अपने कैमरे में कैद किया। करीब 200 पुस्तकों और पत्रिकाओं के कवर पर उनकी तस्वीरें प्रकाशित हो चुकी है। उन्हें हाल ही में फ्रांस में अंतरराष्ट्रीय खेल पत्रकारिता में पीएचडी से सम्मानित किया गया।

उनकी फोटो प्रदर्शनियों का उद्घाटन सचिन तेंदुलकर, टाइगर वुड्स, कपिल देव, सौरव गांगुली, एमएस धोनी, सानिया मिर्जा, ब्रेट ली, सुरेश रैना, स्टीव वॉ, अनिल कुंबले, शेन वार्न, वसीम अकरम, लिएंडर पेस, महेश भूपति खेल हस्तियों ने किया है। वह कहते हैं कि फोटोग्राफी उनका पैशन है। उनकी खींची तस्वीरें अनमोल धरोहर बन जाती हैं।
बेटी भी पीछे नहीं

ग्राफिक एरा हिल यूनिर्वसिटी में बतौर फैकल्टी कार्यरत डॉ.कमल की बेटी कृति ने मीडिया और संचार अध्ययन में मास्टर किया है और वह भी पिता के साथ पहली बार विश्व कप इवेंट को अधिकारिक तौर पर कवर कर रही हैं। दोनों ही उत्तराखंड के एकमात्र प्रोफेशनल फोटो जर्नलिस्ट हैं। जो आईसीसी विश्व कप 2023 कवर कर रहे हैं। कृति पिछले 5 वर्षों से अपने पिता की फोटो प्रदर्शनियों में उनकी सहायता कर रही हैं और उनकी विरासत को आगे बढ़ाना चाहती हैं।