Meerut News: नशीली दवाओं की तस्करी में सुनाई गई मौत की सजा, 6 साल पहले सऊदी अरब गया था मेरठ का युवक जैद

Meerut News: सऊदी अरब में नशीली दवाओं की तस्करी के दोषी मेरठ निवासी युवक जैद को मौत की सजा सुनाई गई है। वह 15 जनवरी 2023 से सऊदी अरब के सुमेसी जेहाद जेल में बंद है। इंटरपोल ने इस मामले की जानकारी मेरठ पुलिस को दी, जिसके बाद पुलिस ने जैद के परिवार को सजा के बारे में सूचित किया है।

जानिए, क्या था पूरा मामला?
मेरठ के जैद ने कुछ साल पहले सऊदी अरब में एक कंपनी में चालक की नौकरी करने के लिए काम शुरू किया था। बाद में, नौकरी बदलने के बाद एक दुर्घटना के कारण वह आर्थिक संकट में फंस गया। इसके बाद, एक सऊदी पुलिसकर्मी ने उसे अपनी निजी गाड़ी पर चालक की नौकरी दे दी। इस दौरान, जैद पर मादक पदार्थों की तस्करी का आरोप लगा और उसे 15 जनवरी 2023 को गिरफ्तार कर लिया गया।

सऊदी अरब में मुकदमा और सजा
सऊदी अरब के मक्का में जैद के खिलाफ मादक पदार्थों की तस्करी का मुकदमा चलाया गया। वहां की क्रिमिनल कोर्ट ने जैद को दोषी ठहराते हुए मौत की सजा सुनाई। सऊदी अरब के गृह मंत्रालय ने इस फैसले की जानकारी इंटरपोल को दी। इंटरपोल ने इस पर मेरठ के एसएसपी विपिन ताडा को सूचित किया और जैद के परिवार को भी सजा के बारे में जानकारी देने को कहा।

परिवार को दी गई सजा की जानकारी
बीते रविवार को मुंडाली थाना प्रभारी सौम्या ने जैद के परिवार को लिखित रूप से नोटिस भेजकर सऊदी अरब में दी गई सजा के बारे में बताया। एसएसपी विपिन ताडा ने कहा कि जैद की सजा की सूचना उसके परिवार को दे दी गई है और जनपद में जैद के आपराधिक रिकॉर्ड की जांच की जा रही है। इसके बाद, जैद का परिवार इंटरपोल से पूरी जानकारी लेने के लिए दिल्ली रवाना हो गया।

जैद की सऊदी यात्रा और नौकरी का इतिहास
जैद लगभग 6 साल पहले सऊदी अरब में सुवालेह मुहम्मद कंपनी में चालक के रूप में काम करने के लिए गया था। हालांकि, कंपनी से सही वेतन न मिलने के कारण उसने दूसरी कंपनी में नौकरी शुरू की। एक साल बाद उसकी गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसके बाद कंपनी ने उससे गाड़ी की कीमत वसूलने के लिए मुकदमा कर दिया। इस रिकवरी से बचने के लिए जैद ने कंपनी छोड़ दी और एक पुलिसकर्मी के पास नौकरी करने लगा। वहीं से उसकी जिंदगी का पलटाव शुरू हुआ, और उसे मादक पदार्थों की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया।

सऊदी अरब से सजा का आदेश
सऊदी अरब के गृह मंत्रालय ने जैद की सजा का आदेश इंटरपोल को भेजा था, जिसने इस बारे में मेरठ पुलिस को सूचित किया। जैद के परिवार में सजा की खबर से हड़कंप मच गया है और वे किसी भी तरह से उसे बचाने के लिए प्रयासरत हैं। जैद के परिवार में माता-पिता, 7 भाई (जैद दूसरे नंबर पर) और 2 बहनें हैं। जैद का सबसे बड़ा भाई मोनू भी सऊदी अरब में काम करता है। इस खबर के बाद जैद के परिवार के लोग सऊदी अरब के अधिकारियों से संपर्क करने और अपने बेटे की पैरवी करने के लिए भागदौड़ कर रहे हैं।