अमेरिकन विश्वविद्यालय द्वारा 28 सितंबर को डॉक्टरेट की मानद उपाधि से, सम्मानित होंगे हरिद्वार के डॉ.प्रवीण नायडू

अमेरिकन विश्वविद्यालय( न्यूयॉर्क स्टेट )और वर्ल्ड ह्यूमन राइट प्रोटक्शन कमिशन के संयुक्त तत्वाधान में 28 सितंबर 2024 को अलग-अलग देशों में, विभिन्न क्षेत्रों में डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान की जाएगी

इसी क्रम में भारत में भी यह कार्यक्रम नई दिल्ली में 28 सितंबर 2024 को आयोजित किया जाएगा भारत में आयोजित होने वाले इस अंतरराष्ट्रीय दीक्षांत समारोह में विभिन्न क्षेत्रों से आए महत्वपूर्ण व्यक्तियों को उनके क्षेत्र से संबंधित महत्वपूर्ण कार्य करने के लिए डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान की जाएगी,

28 सितंबर 2024 को नई दिल्ली में आयोजित होने वाले इस अंतरराष्ट्रीय दीक्षांत समारोह में उत्तराखंड राज्य के जनपद हरिद्वार के डॉ.प्रवीण नायडू को भी डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया जाएगा, डॉक्टर नायडू को यह उपाधि राजनीति विज्ञान विषय के अंतर्गत( मानवाधिकार, शोध विषय)

पर महत्वपूर्ण कार्य करने के लिए प्रदान की जाएगी डॉ प्रवीण नायडू राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शोध विषय प्रस्तुत करते आए हैं और जिनकी अनेक विश्वविद्यालयों और राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं ने सराहना भी की है जबकि डॉक्टर नायडू इससे पूर्व भी राजनीति विज्ञान विषय में पी.एच.डी.की उपाधि से सम्मानित है,

परंतु फिर भी उनके शोध कार्यों से प्रभावित होकर और सामाजिक क्षेत्र व शैक्षिक क्षेत्र व मानवधिकार क्षेत्र में किए गए उनके कार्यों को देखते हुए अमेरिकन विश्वविद्यालय और, वर्ल्ड ह्यूमन राइट प्रोटक्शन कमिशन द्वारा डॉ.नायडू को पी.एच.डी.की मानद उपाधि से सम्मानित करने का निर्णय लिया है इस खबर से क्षेत्र में खुशी का माहौल है डॉ.नायडू के परिवार गण,

शिक्षक मित्र गण सभी लोग उनकी इस उपलब्धि से बहुत खुश है, डॉक्टर नायडू (वर्ल्ड , ह्यूमन राइट्स प्रोटक्शन कमिशन )के भारतीय सदस्य भी नामित है तथा वह (एससी एसटी ओबीसी माइनॉरिटी के अंतरराष्ट्रीय संगठन बामसेफ) के वर्तमान में (उत्तराखंड प्रदेश उपाध्यक्ष) व (एससी एसटी शिक्षक संगठन गढ़वाल मंडल के विशेष आमंत्रित सदस्य नामित) है तथा (एससी एसटी इंप्लाइज फेडरेशन उत्तराखंड के भी सदस्य नामित) है

(भारतीय दलित साहित्य अकादमी नई दिल्ली के हरिद्वार जनपद महासचिव मनोनीत है) और इसके साथ-साथ डॉ.नायडू (बाबा साहब , डॉ.भीमराव अंबेडकर सोशल रिसर्च एंड एजुकेशनल ट्रस्ट) भी संचालित करते हैं,

राजकीय सेवा में सेवारत होने के उपरांत भी सामाजिक मुद्दों पर कार्य करना बहुत बड़ी उपलब्धि है इससे पूर्व भी डॉ.नायडू को अनेक राज्य राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं, (सन 2006 में मेधावी छात्र सम्मान) (सन 2009 में स्टूडेंट ऑफ द ईयर हेमवती नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय सम्मान)

(सन 2021 में कोरोना वॉरियर सम्मान) (दिसंबर 2023 में डॉ भीमराव अंबेडकर नेशनल फेलोशिप अवार्ड) (जुलाई 2024 में गलोकल् विश्वविद्यालय सहारनपुर उत्तर प्रदेश द्वारा शिक्षक रत्न सम्मान) अभी हाल (अगस्त 2024 में गुरु नानक देव विश्वविद्यालय अमृतसर पंजाब द्वारा अंतर्राष्ट्रीय ग्लोबल डायमंड अचीवर्स अवार्ड 2024 )

प्राप्त हो चुके हैं ग्रामीण स्तर से अंतरराष्ट्रीय स्तर तक अपनी पहचान बनाने में, डॉ.नायडू ने बहुत संघर्ष, और समस्याओं का सामना किया राजकीय प्राथमिक विद्यालय से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचना अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है डा.नायडू का गांव जनपद हरिद्वार का दरियापुर दयालपुर है,

जो ब्लॉक भगवानपुर के अंतर्गत है परंतु इनकी संपूर्ण शिक्षा इनके ननिहाल गांव गढ़ मीरपुर ब्लॉक बहादराबाद जनपद हरिद्वार में संपन्न हुई शिक्षण के साथ-साथ डॉ.नायडू की रुचि, समाज कार्य और शोध कार्यों में बहुत ज्यादा है

तथा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर घटित होने वाली घटनाओं पर भी अपने विचार व्यक्त करते रहते हैं वर्तमान समय में डॉ.नायडू उत्तराखंड राज्य के जनपद टिहरी गढ़वाल में( प्रताप नगर ब्लॉक के दुर्गम के विद्यालय राजकीय इंटर कॉलेज देवताधार) में सहायक अध्यापक के रूप में कार्यरत है