अखिलेश यादव पर सीएम योगी का पलटवार, इसीलिए तो हम यूसीसी लाना चाहते हैं

यूपी विधानसभा में मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव के सवाल पर नेता सदन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़े ही सधे लहज़े में पटलवार किया। अखिलेश द्वारा बीते छह वर्षों में 15 वर्ष के युवाओं की कितनी संख्या बढ़ने पर सवाल किए जाने पर मुख्यमंत्री ने चुटकी लेते हुए कहा कि अच्छा है समाजवादियों में कुछ प्रोग्रेस तो हुई। उन्हें जनसंख्या की चिंता सताने लगी है। इसीलिए तो हम एक देश एक कानून यानी कामन सिविल कोड लाना चाहते हैं। प्रदेश में भर्ती प्रक्रिया में शुचिता लाई गई है। 36 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों से एक करोड़ लोगों को रोजगार-नौकरी दी जाएगी।

हुआ यूं कि प्रश्नकाल में सपा के संग्राम यादव ने माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा रोजगारपरक शिक्षा दिए जाने से जुड़ा सवाल किया। इस पर मंत्री द्वारा सवाल दिए जाने से पहले नेता सदन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जवाब देने के लिए खड़े हुए। उन्होंने कहा कि योग्य सदस्य अगर यहां आने से पहले राष्ट्रीय शिक्षा नीति जो 2020 में लागू हुई है पढ़ लेते तो शायद यह सवाल न करते। योगी ने कहा कि इसमें शिक्षा को पूरी तरह रोजगारपरक बनाने पर जोर है। इस शिक्षा में इसमें पैरामेडिकल, ड्रोन टेक्नॉलोजी, डाटा एनालिसिस , थ्री डी पेंटिंग जैसे पाठ्यक्रम भी जोड़े गए हैं। पाठ्यक्रम में व्यापक परिवर्तन किया गया है। योगी ने कहा कि यह कहना कि भर्तियां नहीं हुई, यह आपकी(सपा सदस्यों की) पीड़ा दर्शाता है। ऐसी कोई भी भर्ती प्रक्रिया अदालत में फंसी नहीं है।

बीते छह वर्षों में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं नकलविहीन कराई गई हैं। 14 दिनों में परीक्षाएं और 15 दिन में परिणाम घोषित किया गया है। प्रदेश में 36 लाख करोड़ रुपये का निवेश प्रस्ताव आए हैं और इनसे एक करोड़ रोजगार व नौकरियों के अवसर मिलेंगे। बीते छह वर्षों में 1.64 लाख शिक्षकों की भर्तियां पारदर्शी ढंग से की गई हैं। संस्कृत विद्यालयों में भी सभी पद भरे जा रहे हैं। माध्यमिक अथवा बेसिक में जो पद खाली हैं उन्हें भरने के लिए ही सरकार एक नए आयोग के गठन के लिए बिल लेकर आई है। सभी को मौका मिलेगा सपा सदस्य अपनी बात रख सकते हैं।

मुख्यमंत्री बोल ही रहे थे कि नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव अपने स्थान से उठकर बोलने लगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें टोकाः बोले इतना तो देखें कि मैं जवाब दे रहा हैं। अखिलेश को विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने भी टोका । अखिलेश ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री से अनुपूरक पूछना चाहता हूं कि क्या मुख्यमंत्री बताएंगे कि वर्ष 2017 से 2022 के बीच में 15 वर्ष के युवाओं की कितनी संख्या बढ़ी है?

इस पर मुख्यमंत्री ने चुटकी लेते हुए कहा कि अच्छा है कि समाजवादियों की कुछ तो प्रोग्रेस हुई। उन्हें जनसंख्या की चिंता सताने लगी है। इसीलिए तो हम कामन सिविल कोड ला रहे हैं। समाज में एक देश एक कानून लागू करना चाहते हैं। योगी के इस जवाब पर सदन में सत्तापक्ष ने मेज थपथपा कर स्वागत किया तो सपा सदस्यों में सन्नाटा खींच लिया। उन्होंने सपा सदस्यों द्वारा किए गए प्रश्न पर भी चुटकी ली। कहा कि यहां प्रश्न देख रहा था एक प्रश्न में पूछा गया है कि सरकार एक प्रदेश-एक कोर्स-एक मूल्य जैसी योजना कब तक लागू करेगी। योगी ने कहा कि अगर सपा सदस्य इस सवाल में एक देश एक कानून भी जोड़ लेते तो अच्छा होता। सदन एक बार फिर ठहाकों से गूंज उठा। दरअसल, सपा के मोहम्मद फहीम ने यह सवाल उठाया था।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि छह साल पहले तक प्रदेश में बेरोजगारी की दर 16-17 के बीच थी। हमने इसे 3-4 के बीच किया है। पद सृजित किया गया है। लोगों को ईमानदारी से नौकरी दी गई है। योगी ने कहा कि न्यायालय को भी पता है कि सरकार के कार्य में पारदर्शिता शुचिता है, उत्तर प्रदेश के परसेप्शन के कारण ही ग्लोबल इन्वेस्टर सम्मिट में 36 हजार करोड़ के निवेश मिले हैं। इससे एक करोड़ को रोजगार मिलेगा।

NEWS SOURCE : livehindustan