’आस्का लाइट’ बाढ़ में बचाव कार्य में पुलिस की बनेगी सारथी, रात में नहीं होगी परेशानी

हरिद्वार : बाढ़ के खतरे से निपटने के लिए पुलिस के जवानों को अब टावर आस्का लाइट की सुविधा मिली है। रात में बचाव कार्य के दौरान लाइट दूर तक रोशनी फैलाएगी जिससे बचाव कार्य करने में पुलिस को दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा। आस्का लाइट सारथी के रूप में पुलिस का काम करेगी। कोतवाली और थानों को लाइट उपलब्ध कराई गई है।

बाढ़ राहत कार्य में रात के समय पुलिस को अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसके चलते कई बार हादसा भी हो जाता है। इसके अलावा रात में दूर का भी अधिक नहीं दिखाई देता है। इससे राहत कार्य में कई बार देरी हो जाती है। पिछले दिनों लक्सर और खानपुर में आई बाढ़ के कारण पुलिस को इस परेशानी का सामना करना पड़ा था। इसे देखते हुए पुलिस अधिकारियों ने जिले की कोतवाली और थानों में हाईटेक टॉवर आस्का लाइट उपलब्ध कराई है। यह मशीन दो एकड़ के क्षेत्र में एलईडी हैलोजन की लाइट से रोशनी फैलाएगी, जिससे बचाव करना आसान होगा। पुलिस अधिकारियों की ओर से आपदा प्रबंधन के लिए जिले की कोतवाली और थानों को एक-एक नई हाईटेक मशीनें उपलब्ध कराई गई हैं।

लापता लोगों को भी तलाशेगी मशीन

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, आस्का लाइट मशीन रात में गंगनहर में डूबने वालों की तलाश भी मददगार साबित होगी। रात में गंगनहर में डूबने वालों की तलाश में सबसे अधिक परेशानी आती है। अब इस परेशानी से पुलिस को मुक्ति मिल सकेगी।

यह रहेगी मशीन की खूबी

पेट्रोल से लैस रहेगी मशीन, पावर से रोशनी देगी, मैटल हैलाइड लैंप रोशनी बढ़ाएंगे। पोर्टेबल होगी मशीन। चार पहियों पर होगी चलित। इसकी ऊंचाई 40 फीट के करीब होगी।