उत्तरकाशी के सिलक्यारा सुरंग में पिछले 14 दिनों से फंसे 41 श्रमिकों को निकालने के लिए रास्ता बनाने के प्रयास में जारी ड्रिलिंग शुक्रवार को एक बार फिर रोकनी पड़ी जिससे श्रमिकों का इंतजार और बढ़ गया. अधिकारियों ने बताया कि बृहस्पतिवार को अमेरिकी ऑगर मशीन में आई तकनीकी अड़चन के बाद रूकी ड्रिलिंग 24 घंटे बाद शुक्रवार को फिर शुरू की गयी थी. उन्होंने बताया कि दिन में तकनीकी बाधा को दूर करने के बाद 25 टन वजनी भारी ऑगर मशीन से ड्रिलिंग शुरू की गई लेकिन कुछ देर उसका संचालन रोकना पड़ा.
अंतरराष्ट्रीय सुरंग विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स ने शनिवार को कहा कि उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को बचाने के लिए जिस ऑगर मशीन से ‘ड्रिल’ की जा रही थी, वह खराब हो गई है.
मौके पर पहुंचे सीएम पुष्कर सिंह धामी
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी सिल्कयारा सुरंग में चल रहे बचाव अभियान का जायजा लेने के लिए उत्तरकाशी पहुंचे. रेस्क्यू साइट पर पहुंचे सीएम धामी ने टनल में जाकर निरीक्षण किया. सुंरग में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए वर्टिकल ड्रिलिंग वाली सड़क बिलकुल तैयार है. उस रास्ते से ड्रिलिंग मशीन गई है. वहीं उत्तराखंड के मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल ने कहा कि सुरंग में सभी 41 लोग बिल्कुल ठीक हैं. जिस तरह की चुनौती हमारे सामने है, वो सब जानते हैं. हमारी चुनौती सभी को किसी भी तरह से बाहर निकालने की है. पूरी टीम और विषेशज्ञ काम कर रहे हैं. हम सभी विकल्पों पर विचार कर रहे हैं.
उत्तरकाशी में अब वर्टिकल ड्रिलिंग का सहारा
उत्तरकाशी सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को बचाने के लिए अब वर्टिकल ड्रिलिंग का सहारा लिया जाएगा. जल्द ही वर्टिकल ड्रिलिंग शुरू होगी. इसके लिए रेस्क्यू टीमें सुरंग के ऊपर पहुंच चुकी हैं और मशीनों को भी ऊपर चढ़ाया जा रहा है.
सुरंग के पास वर्टिकल ड्रिल मशीन पहुंची
उत्तरकाशी सुरंग के पास एक बार फिर से वर्टिकल ड्रिल मशीन पहुंची है. अब सवाल उठता है कि क्या दोबारा वर्टिकल ड्रिलिंग पर काम होगा? वर्टिकल ड्रिलिंग के लिए मशीनों को आगे की तरफ़ शिफ्ट किया गया है.