उत्तराखंड : दिल्ली मार्ग पर फिलहाल दौड़ती रहेंगी उत्तराखंड रोड़वेज की बसें, इतने महीनों की मिली है मोहलत 

दिल्ली मार्ग पर फिलहाल दौड़ती रहेंगी उत्तराखंड रोड़वेज की बसें, इतने महीनों की मिली है मोहलत 

उत्तराखंड से दिल्ली मार्ग पर रोडवेज की बीएस-4 मानकों की करीब 400 बस का संचालन फिलहाल अभी जारी रहेगा। दिल्ली सरकार (Delhi Government) ने एक माह पूर्व ही बीएस-6 बसों की एडवाइजरी जारी की थी जिसमें कहा गया था एक नवंबर से उत्तराखंड परिवहन निगम (Uttarakhand Transport Corporation) की करीब 400 बसों को दिल्ली में प्रवेश नहीं नहीं मिलेगा। केंद्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) के ताजा निर्देशों के बाद यह मोहलत मिली है।

इसके तहत एक जुलाई 2024 के बाद उत्तराखंड से केवल बीएस-6 बस ही दिल्ली जा पाएंगी। हालांकि, निगम के पास वर्तमान में करीब 100 बस ही इस मार्ग पर बीएस-6 हैं। उत्तराखंड के अलग-अलग शहरों से दिल्ली-एनसीआर रोजाना करीब 500 साधारण, एसी, वॉल्वो बस संचालित होती हैं। इनमें से करीब 400 बस तो बीएस-4 मानकों की हैं, जबकि 100 सीएनजी बस बीएस-6 की हैं। निगम ने 150 सीएनजी बस के अनुबंध की प्रक्रिया शुरू की थीं, जिनमें से अभी तक 100 ही आई हैं। इस बीच सीएक्यूएम के ताजा निर्देश जारी हुए हैं, जिसके तहत एक जुलाई 2024 से दिल्ली-एनसीआर में केवल बीएस-6 वाहन की संचालित हो सकेंगे। यानी करीब आठ माह के बाद उत्तराखंड रोडवेज की करीब 400 बस दिल्ली-उत्तराखंड मार्गों से हट जाएंगी।

परिवहन निगम के महाप्रबंधक संचालन एवं तकनीकी दीपक जैन का कहना है कि निगम बीएस-6 बस खरीद व अनुबंध की प्रक्रिया चला रहा है। कहा, अगले साल से लागू होने वाली व्यवस्था में दिल्ली-उत्तराखंड का बस संचालन प्रभावित नहीं होगा। बता दें कि पहले पिछले साल एक अक्तूबर से ये व्यवस्था लागू होनी थी, जिसमें तत्कालिक राहत मिल गई थी। फिलहाल एक नवंबर से दिल्ली और एनसीआर में आने वाले राजस्थान, यूपी, हरियाणा के शहरों में केवल इलेक्ट्रिक, सीएनजी और बीएस-6 डीजल बस ही संचालित होंगी।

120 नई बस खरीद का टेंडर निकाला – 
अब परिवहन निगम के लिए इनकी कमी पूरी करने की बड़ी चुनौती है। निगम ने करीब 120 नई बस खरीद का टेंडर निकाला है, जिसकी खरीद पूरी होने में करीब छह माह का वक्त लगेगा। जुलाई तक निगम के पास करीब 300 बीएस-6 बस हो जाएंगी, जिसके बावजूद करीब 200 बसों की किल्लत पैदा होगी।