Politics News: उत्तर प्रदेश में सपा के लिए MY फैक्टर हमेशा कारगर रहा है। चुनाव कोई भी हो, मुस्लिम और यादवों ने हमेशा पार्टी का साथ दिया। अब 2024 से पहले अखिलेश PDA के साथ मैदान में हैं। यानी पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक। यही वजह है कि अल्पसंख्यक मुस्लिमों में भी पिछड़े वर्ग पसमांदा पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है। क्योंकि यूपी में 19.6% मुस्लिम आबादी का बड़ा हिस्सा पिछड़ा वर्ग यानी पसमांदा का है।
मिली जानकारी के मुताबिक, सपा की अल्पसंख्यक सभा में BJP को बेनकाब करने का ब्लूप्रिंट तैयार हुआ है। जल्द सपा शहर-शहर पसमांदा सम्मेलन करने की तैयारी कर रही है। महाराष्ट्र के प्रदेश अध्यक्ष अबू आजमी ने कहा,”BJP की चाल है, मुस्लिम वोटर्स को बरगलाने की कोशिशें हो रही हैं। इसलिए हमें समाज के लोगों को सपा के पिछले कामों की याद दिलानी होगी।”
INDIA के बारे में अल्पसंख्यक समुदाय को बताएंगे
यूपीए से बने INDIA के बारे में अल्पसंख्यक समुदाय को ठीक से जागरूक किया जाए। उत्तर प्रदेश समेत देश के सभी राज्यों में अल्पसंख्यक नेताओं को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है। साथ ही, मुस्लिम वोटर को यूनाइट करने के लिए शहर-शहर सभाएं की जाएंगी। BJP किस तरह से मुस्लिम समुदाय के खिलाफ नीतियां लेकर आ रही है।
CAA और NRC याद दिलाओ
पिछले दिनों सपा के सांसद और विधायकों पर एफआईआर और संपत्तियों को कुर्क करने की कार्रवाई हुई। सिर्फ जनप्रतिनिधियों तक नहीं, मुस्लिमों को CAA और NRC के जरिए दायरे में बांधने की कोशिशों के बाद प्रदर्शन हुए।
बुलडोजर एक्शन की जद में आए मुस्लिम
सपा अल्पसंख्यक सभा में उत्तर प्रदेश सरकार की बुलडोजर एक्शन पर भी चर्चा हुई। कहा गया कि इससे मुस्लिम समाज को डराया जा रहा है। एक ही समुदाय को टारगेट किया जा रहा है। नेताओं ने कहा कि बुलडोजर एक्शन गलत है। इस नीति के खिलाफ आवाज उठाई जाएगी।
मुस्लिम से पसमांदा छिटक न जाए
बीजेपी उत्तर प्रदेश की कैबिनेट में कुछ मुस्लिम चेहरों को शामिल करके पूरे देश में संदेश देने की कोशिश कर रही है। लेकिन वो पसमांदा के हितैषी नहीं हो सकते हैं। जिस तरीके से पसमांदा मुसलमान को लेकर बीजेपी अभियान और चुनाव प्रचार के दौरान ढोल पीट रही है, उसके पीछे सच्चाई इतनी है कि वह इनका इस्तेमाल करना चाहती। इसलिए मुस्लिम नेता जिलेवार पसमंदा मुसलमानों की सभाएं करेंगे।
NEWS SOURCE : punjabkesari