सफाई नायक की हत्या में वाल्मीकि समेत छह को आजीवन कारावास

सफाई नायक की गोली मारकर हत्या करने के मामले में कोर्ट ने जेल में बंद बदमाश प्रवीण वाल्मीकि समेत छह को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। कोर्ट ने सभी आरोपियों पर अर्थदंड भी लगाया है। मामले में कोर्ट ने सात साल बाद निर्णय सुनाया है।

गंगनहर कोतवाली क्षेत्र स्थित ऋषिनगर, नई बस्ती सुनहरा निवासी बसंत चौधरी नगर निगम में सफाई नायक के पद पर तैनात थे। बदमाश प्रवीण वाल्मीकि को शक था कि सफाई नायक पुलिस से उसकी मुखबिरी करता है। इस पर वह सफाई नायक से रंजिश रखने लगा था। उसने जेल में रहते हुए सफाई नायक हो धमकी भी दी थी। इसकी शिकायत सफाई नायक ने पुलिस से की थी।

मुखबिरी के शक में 25 जनवरी 2016 की सुबह सफाई नायक बसंत चौधरी ड्यूटी पर जा रहे थे। जैसे ही वह रामनगर में संकट मोचन मंदिर के पास पहुंचे तो बाइक सवार बदमाशों ने कनपटी से सटाकर गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने प्रवीण वाल्मीकि समेत छह पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस ने तीन फरवरी 2016 में हत्या में शामिल बुल्ला उर्फ विनय निवासी डबल फाटक मोहनपुरा, रुड़की और पंकज निवासी गोलभट्टा को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने इस मामले में आशीष उर्फ कन्नू, निवासी नई बस्ती रामनगर, रुड़की, बाबू उर्फ मनीष और विशाल निवासी गोलभट्टा, रुड़की, नीरज उर्फ पंडित निवासी मोहना थाना हाईसा, फरीदाबाद, हरियाणा को भी नामजद करते हुए गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।

पूछताछ में आरोपियों ने प्रवीण वाल्मीकि के इशारे पर हत्या करने की बात कही थी। यह मामला प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश रमा पांडेय की कोर्ट में विचाराधीन था। अपर जिला शासकीय अधिवक्ता विनय गुप्ता ने बताया कि कोर्ट ने साक्ष्य और गवाहों के आधार पर प्रवीण वाल्मीकि को आजीवन कठोर कारावास व 20 हजार रुपये का अर्थदंड, बुल्ला उर्फ विनय को आजीवन कारावास और 20 हजार का अर्थदंड, नीरज उर्फ पंडित को आजीवन कठोर कारावास व 50 हजार का अर्थदंड, आशीष उर्फ कन्नू को आजीवन कठोर कारावास व 50 हजार का अर्थदंड, विशाल को आजीवन कठाेर कारावास व 50 हजार का अर्थदंड, पंकज को आजीवन कठोर कारावास व 20 हजार का अर्थदंड लगाया है।

सितारगंज जेल में बंद है वाल्मीकि

बदमाश प्रवीण वाल्मीकि का सफाई नायक की हत्या के अलावा कई रंगदारी के मामले भी दर्ज हैं। वह कुछ माह पूर्व हरिद्वार जेल में शिफ्ट हुआ था। इस पर जेल प्रशासन ने उसे दूसरी जेल में शिफ्ट करने के लिए शासन से पत्राचार किया था। हाल में ही उसे सितारगंज जेल में शिफ्ट किया गया है। वाल्मीकि के गुरु बदमाश सुनील राठी को पौड़ी जेल में शिफ्ट किया गया है।