काशीपुर : चंद्रयान- 3 ने चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग कर दुनिया भर में भारत ने चांद पर तिरंगा लहराकर इतिहास रच दिया है चंद्रयान- 3 के लॉचिंग से लेकर चांद पर सफल लैंडिंग में इसरो के वैज्ञानिकों की टीम में काशीपुर की बेटी तन्मय तिवारी भी शामिल हैं।
काशीपुर निवासी साइंटिस्ट तन्मय तिवारी के घर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला संपर्क प्रमुख राजवीर सिंह, सहजिला प्रमुख सुनील, अमित मित्तल सहित नगर के लोगों ने उनके माता-पिता को मिष्ठान खिलाकर बेटी को बधाईयां देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की। चंद्रयान-3 के चांद पर पहुंचने वाली वैज्ञानिकों की इसरो टीम में बैंक कालोनी काशीपुर निवासी 31 वर्षीय तन्मय तिवारी पुत्री सुरेश चंद्र तिवारी भी शामिल रहीं हैं। तन्मय तिवारी के पिता सुरेश चंद्र तिवारी ने बताया कि तन्मय ने वर्ष
सांईटिस तन्मय तिवारी के माता-पिता पिता को मिठाई खिलाकर बधाई देते।
2017 में इसरो में ज्वाइनिंग की थी । तन्मय ने इसरो के लॉचिंग पैड़ श्री हरि कोटा आंध्रा में 2017 से अप्रैल 2023 तक जॉब की, उसके बाद तन्मय का ट्रांसफर इसरो के हैड आफिस बैंगलोर सीनियर साइंटिस्ट इंजीनियर ग्रेट-2 के पद पर हो गया। बताया कि उसके बाद बीती 14 जुलाई को चंद्रयान- 3 लॉन्च हो गया, जो बुधवार 23 अगस्त की शाम चांद के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान -3 लैंड हो गया ।
तन्मय के पिता तिवारी ने बताया कि तन्मय से एक बड़े भाई हैं जो रुड़की स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक में मैनेजर हैं। जो हाल निवासी ईशान इम्पीरियल कोर्ट, हरिद्वार रोड, रूडकी में है
बताया कि तन्मय बचपन से ही शांत स्वभाव तथा पढ़ने में बेहद रुचि रखती थी। तन्मय की प्राइमरी शिक्षा छावनी चिल्ड्रन एकेडमी से ओर हाईस्कूल जेसीज पब्लिक स्कूल रुद्रपुर से की जिसमें डिस्ट्रक्ट टॉपर रही।
इंटरमीडिएट कैंपस स्कूल पंतनगर तथा बीटेक यूनिवर्सिटी पंतनगर ओर एमबीए नीटी बुमंई से किया। उसके बाद तन्मय की डेढ़ वर्ष पेप्सिको इंडिया में जॉब करने के बाद इसरो में ज्वाइनिंग हुईं। तन्मय के पिता मूल रुप से
अल्मोड़ा जिला के ज्वालाघाट के रहने वाले हैं। उनके पिता सुरेश चंद्र तिवारी 1981 से 1984 तक स्टेट बैंक काशीपुर में मैनेजर के पद पर रहे और वर्ष 2018 में सेवानिवृत्त हो गए। तन्मय के पति अमेरिकन एक्सप्रेस में जॉब करते हैं। तन्मय के पिता ने कहा कि उन्हें गर्व है कि उनकी बेटी देश के लिए काम कर रही है।