लकवा (paralysis), एक ऐसी स्थिति है जब आपका शरीर स्वैच्छिक ढंग से काम नहीं कर पाता है और मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं। इस दौरान शरीर अचानक से अपनी नसों का कंट्रोल खो देता है और वो जिस स्थिति में होता है उसी स्थिति में रह जाता है। तभी आप देखते होंगे कि लकवा जिन अंगों में मार जाता है वो टेढ़े नजर आते हैं और ऐसे लोग अपने शरीर के उन हिस्सों को हिला तक नहीं पाते हैं। लेकिन, कभी आपने लकवा मार जाने के कारणों के बारे में सोचा है? तो, बता दें कि ये असल में नर्वस सिस्टम की वजह से होता है। जिसमें कई प्रकार की चीजें अपनी भूमिका निभाती हैं। जैसे कुछ विटामिन की कमी भी।
लकवा किसकी कमी से होता है- Can vitamin b12 deficiency cause paralysis
लकवा मारने के पीछे एक बड़ा कारण विटामिन बी 12 हो सकता है। दरअसल, विटामिन बी12 की कमी की वजह से आपके न्यूरल फंक्शन प्रभावित हो सकते हैं। इसे ऐसे समझें कि ये तंत्रिका तंत्र की समस्या का कारण बनती है। तंत्रिका तंत्र आपके शरीर की कमान और संचार प्रणाली है। यह आपके पूरे शरीर में मस्तिष्क से संकेत भेजता है और बताता है कि क्या करना है। अब जब विटामिन बी12 की कमी होती है तो, ये चीज तंत्रिका तंत्र को नुकसान पहुंचाती है, तो संदेश मांसपेशियों तक नहीं पहुंच पाते हैं और ये लकवा मारने का कारण बन सकता है।
लकवा मारने का कारण-Paralysis causes in hindi
लकवा मारने के पीछे कई कारण हो सकते हैं और हर किसी का आपकी न्यूरल गतिविधियों के साथ संबंध है। जैसे कि कुछ लोग स्पाइना बिफिडा (spina bifida) जैसे जन्मजात दोषों के साथ पैदा होते हैं जो लकवा का कारण बनता है। इसके अलावा कुछ दर्दनाक चोट या चिकित्सीय स्थिति मांसपेशियों और तंत्रिका कार्यों को नुकसान पहुंचाती है और इसमें भी आप लकवा का शिकार हो सकते हैं।
इसके अलावा स्ट्रोक और रीढ़ की हड्डी की चोटें भी लकवा का कारण बन सकती हैं। कुछ ऑटोइम्यून बीमारियां, जिनमें मल्टीपल स्केलेरोसिस (multiple sclerosis) और गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (Guillain-Barré syndrome) शामिल हैं। साथ ही मस्तिष्क की चोटें, जिनमें सेरेब्रल पाल्सी (cerebral palsy) जैसी स्थितियां शामिल हैं, ये भी लकवा मारने का कारण बन सकती हैं। इसके अलावा कुछ न्यूरोलॉजिकल रोग, जैसे एमियोट्रोफिक लेटरल स्क्लेरोसिस (amyotrophic lateral sclerosis) भी इस बीमारी का कारण बन सकती है। ऐसी स्थिति में आपको इन तमाम समस्याओं को समझते हुए विटामिन बी12 की कमी से बचना चाहिए।
NEWS SOURCE : indiatv