Char Dham Yatra : राज्य के 7 जिलों में की गई मॉक ड्रिल, आपात स्थितियों से निपटने के लिए बड़ी तैयारी

देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र में चार धाम यात्रा को लेकर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। एनडीएमए व यूएसडीएमए द्वारा संयुक्त रूप से की गई इस मॉक ड्रिल के माध्यम से यात्रा की तैयारियों की बारीकी से समीक्षा की गई।

इन जिलों में मॉक ड्रिल

चार धाम यात्रा से जुड़े सात जनपदों उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी और टिहरी—में यह मॉक ड्रिल आयोजित की गई। इस अभ्यास का उद्देश्य यात्रा के दौरान आपात स्थितियों से निपटने की राज्य की क्षमता का परीक्षण करना था। मॉक ड्रिल के दौरान विभिन्न विभागों की तैयारियों को धरातल पर परखा गया। जिन क्षेत्रों में कमियां पाई गईं, वहाँ राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के विशेषज्ञों द्वारा महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए ताकि यात्रा प्रारंभ होने से पहले सभी व्यवस्थाएं और सुदृढ़ हो सकें।

सभी विभागों को एक मंच पर लाया

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से संचालित इस मॉक ड्रिल का समन्वय आईआरएस प्रणाली के तहत किया गया। यह अभ्यास चार धाम यात्रा के दौरान संभावित आपदाओं से निपटने के लिए सभी विभागों को एक मंच पर लाने का सशक्त प्रयास रहा। राज्य सलाहकार समिति के उपाध्यक्ष विनय कुमार रुहेला ने कहा कि यह मॉक ड्रिल यात्रा की तैयारियों को और अधिक सशक्त बनाने का अवसर है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं विभागीय तैयारियों की लगातार समीक्षा कर रहे हैं।

एनडीएमए के सहयोग से मॉक ड्रिल

इस दौरान सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार यह मॉक ड्रिल एनडीएमए के सहयोग से कराई गई ताकि सभी व्यवस्थाओं को जमीन पर जांचा-परखा जा सके। इस अभ्यास में विभागों के बीच अच्छा तालमेल देखने को मिला। उन्होंने कि मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और सभी संभावित गैप्स को दूर करना है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में आपदा प्रबंधन विभाग चार धाम यात्रा को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए पूरी तरह संकल्पबद्ध है।

NEWS SOURCE Credit : lalluram