बिहार : पुलिस ने नाबालिग लड़की हत्या कांड के मुख्य आरोपी को दबोचा….

बिहार–(भूमिका मेहरा) मुज़फ्फरपुर के बहुचर्चित दलित बालिका हत्या मामले में पुलिस ने मुख्य अभियुक्त संजय राय को दबोच लिया है। पुलिस का कहना है कि वह बंगाल भागने की फिराक में था, लेकिन इससे पहले ही उसे विशेष टीम ने पकड़ लिया। कुछ दिन पहले पुलिस ने आरोपी के घर पर बुल्डोजर चलाया था।  

शादी नहीं करने के पर हुई थी हत्या 
 मुज़फ्फरपुर के पारू थाना क्षेत्र में 12 अगस्त को एक नाबालिग दलित युवती की हत्या हुई थी। घटना की जांच के लिए SIT का गठन किया गया था। साथ में DIU की टीम भी लगाई गई थी। इस मामले को पुलिस ने अब स्पष्ट कर दिया है कि आरोपी संजय राय उस लड़की से शादी करने का दबाव बना रहा था। लड़की के इंकार करने पर मुख्य आरोपी संजय राय ने अपने तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी थी। लड़की की हत्या करने के लिये आरोपियों ने लोहे का रॉड और खुरपी का प्रयोग किया था, जिसे पुलिस ने पहले ही दिन घटनास्थल से बरामद कर लिया था। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए अब तक 5 लोगों को गिरफ्त कर चुकी है। मुख्य आरोपी संजय राय की गिरफ्तारी आज हुई है। 

कई साक्ष्य मिले जिससे हुआ कांड का उद्भेदन 
घटना के संबंध में एसएसपी राकेश कुमार का कहना है कि घटना के दिन नाबालिग लड़की को कॉल करके बुलवाया गया था। लड़की के वहां पहुंचने के बाद आरोपी संजय राय ने उसे शादी का प्रस्ताव दिया लेकिन लड़की ने उसके इस ऑफर को ठुकरा दिया। इसी बात को लेकर दोनों में बहस हुई और  फिर लोहे के रॉड से मारकर उसे घायल कर दिया। आरोपियों को लगा कि जिंदा रहने के बाद सभी का भेद खुल जाएगा, इसलिए सभी ने मिलकर खुरपे से गोदकर उसकी हत्या कर दी। फिर शव को घटनास्थल से 100 मीटर दूर ले जाकर सुनसान जगह में फेंक दिया। शव मिलने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच में जुट गई।

एसपी ने बताया नहीं हुआ था गैंग रेप 
घटना के संबंध में एसएसपी राकेश कुमार ने बताया कि मृतका के हत्या की पुष्टि हुई और इसमें रेप जैसी कोई भी घटना को अंजाम दिया जाने की पुष्टि नहीं हुई है। इसके अलावा DIU और अन्य तकनीकों टीम की मदद से जांच का खुलासा किया गया है, जिसमे इसकी पुष्टि हुई थी कि मृतका और आरोपी संजय राय के बीच में बीते तीन वर्ष पूर्व से नजदीकी थी और आरोपी उससे शादी करना चाहता था।