लखनऊ: मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में हो रहे फर्जीवाड़ा पर योगी सरकार नकेल कसने की तैयारी में है. फर्जी शादियों का पता लगाने के लिए मुखबिर का सहारा लेगी. सरकार योजना से लाभान्वित परिवार का सत्यापन कराने की तैयारी में है. समाज कल्याण विभाग के अधिकारी सत्यापन कराने में जुट गए हैं. सुल्तानपुर जिले में फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद जांच शुरु हो गई है.
जानकारी के मुताबिक योजना इस कदर फर्जीवाड़ा हो रहा है कि पहले से विवाहित महिलाओं को भी योजना का लाभ दिया जा रहा है. बता दें कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत यूपी सरकार हर जोड़े पर 51 हजार रुपरये खर्च करती है. योजना के तहत कन्या के खाते में 35 हजार रुपये जमा कराए जाते हैं.
बता दें कि सामूहिक विवाह योजना को लेकर फर्जीवाड़ा के कई मामले सामने आ चुके हैं. कभी दूल्ही ही खुद को जयमाला पहना देते हैं. कभी शादीशुदा लोगों की ही शादियां करा दी जाती है. तो कभी किसी और तरीके से योजना के तहत मिलने वाले संसाधनों का लाभ लिया जाता है. लेकिन अब योगी सरकार पर लगाम लगाने की तैयारी में है.
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