उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) की स्नातक स्तरीय परीक्षा-2025 में कथित नकल के आरोपों की जांच के लिए गठित एकल सदस्यीय जांच आयोग अब सीधे जनता से जुड़कर तथ्य जुटाएगा। आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति यूसी ध्यानी (सेवानिवृत्त) 27 अक्तूबर को हरिद्वार पहुंचेंगे। इस दौरान वे एचआरडीए सभागार में दोपहर एक बजे से तीन बजे तक जनसुनवाई करेंगे।

अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) दीपेन्द्र सिंह नेगी ने बताया कि आयोग की जनसुनवाई के दौरान कोई भी अभ्यर्थी, परीक्षक, परीक्षा से जुड़े अधिकारी-कर्मचारी या आम नागरिक परीक्षा में कथित नकल या अनियमितताओं से संबंधित तथ्य, साक्ष्य या अपनी शिकायतें प्रस्तुत कर सकेगा। उन्होंने बताया कि न्यायमूर्ति ध्यानी का यह दौरा एक दिवसीय होगा। जनपद भ्रमण के दौरान वे जिले के अधिकारियों से भी परीक्षा से जुड़ी रिपोर्ट व जानकारी प्राप्त करेंगे। आयोग द्वारा प्राप्त शिकायतों और जनसुनवाई के दौरान रखे गए बयानों को जांच रिपोर्ट का हिस्सा बनाया जाएगा।
बता दें कि पिछले महीने स्नातक स्तरीय परीक्षा-2025 के दौरान प्रश्न पत्र के तीन पेज सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामला तूल पकड़ गया था। इस मामले में देहरादून पुलिस पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लक्सर से मुख्य आरोपी व उसकी बहन को गिरफ्तार किया था। साथ ही शासन ने पुलिस व विभागीय कर्मचारियों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की थी। एसआईटी का गठन कर जांच शुरू की गई थी।

