बुद्धिस्ट विश्वविद्यालय लुंबिनी नेपाल में 24 मई 2025 को एक अंतरराष्ट्रीय शोध सेमिनार वह सम्मान समारोह का आयोजन, साउथ एशियाई डेवलपमेंट इनीशिएटिव जिसकी स्थापना जनवरी 2019 को काठमांडू नेपाल में हुई थी के संयुक्त तत्वाधान में बुद्धिस्ट विश्वविद्यालय लुंबिनी नेपाल में किया जाएगा जिसमें भारत नेपाल श्रीलंका थाईलैंड भूटान बर्मा चीन मलेशिया इंडोनेशिया कंबोडिया आदि बुद्धिस्ट देशों के, प्रोफेसर राजनीतिज्ञ प्रशासक व बुद्धिजीवी वर्ग शामिल होगा सेमिनार का मुख्य उद्देश्य बुद्ध की विचारधारा को विश्व स्तर पर पहुंचाना है इसी शोध सेमिनार व सम्मान समारोह में जनपद हरिद्वार उत्तराखंड भारत से डॉ प्रवीण नायडू को भी( अंतर्राष्ट्रीय साउथ एशिया बुद्ध आइकॉन अचीवर्स अवार्ड 2025) से सम्मानित किया जाएगा विश्वविद्यालय सूत्रों के अनुसार विश्व में भगवान बुद्ध की शिक्षा और विचारधारा के प्रचार प्रसार में डॉक्टर नायडू ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है विश्व को सामाजिक समरसता समानता का मार्ग बौद्ध की विचारधारा ही दिखा सकती है डॉ प्रवीण नायडू बुद्धिस्ट विचारधारा के साथ-साथ मानव अधिकार संरक्षण आदिवासी संरक्षण दलित पिछड़ों महिलाओं आदि के विषय में लगातार लिखते आए हैं डॉ नायडू को अभी हाल में दुबई विश्वविद्यालय द्वारा 14 अप्रैल 2025 को( सामाजिक समरसता अवार्ड) से सम्मानित किया गया, तथा विश्व मानव अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा उन्हें अपना सदस्य भी नामित किया गया डॉ नायडू भगवान बुद्ध बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर संत गुरु रविदास जी महाराज व अन्य बहुजन महापुरुषों की विचारधारा पर लगातार कार्य कर रहे हैं वर्तमान विश्व में बढ़ रहे तनाव को अगर समाप्त किया जा सकता है, तो वह केवल भगवान बुद्ध की विचारधारा ही वर्तमान विश्व को युद्ध से बचा सकती है डॉ नायडू ने बताया कि बुद्धिस्ट विश्वविद्यालय लुंबिनी नेपाल द्वारा इस सम्मान के साथ जो सम्मान राशि प्राप्त होगी वह उसको भारतीय सेना के , राहत कोष में जमा करेंगे क्योंकि हाल ही में भारत और पाकिस्तान युद्ध के मुहाने पर खड़े हैं डॉ नायडू का पैतृक ग्राम दरियापुर दयालपुर है जो ब्लॉक भगवानपुर के जनपद हरिद्वार के अंतर्गत आता है
