Uttarakhand Weather : 5 जिलों में बारिश-बर्फबारी की चेतावनी, निचले इलाकों में बढ़ेगी ठिठुरन

Uttarakhand Weather : 5 जिलों में बारिश-बर्फबारी की चेतावनी, निचले इलाकों में बढ़ेगी ठिठुरन

बागेश्वर : उत्तराखंड में कड़ाके की ठंड पड़ने लगी है। पहाड़ के सभी जिलों में न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस से नीचे जा रहा है। Uttarakhand Weather

उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पानी के स्त्रोत और नदियां जमने लगी हैं। कई जगह तापमान माइनस में है। आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ेगी, क्योंकि जल्द ही प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो जाएगा। जिसके असर से कई जिलों में बारिश और बर्फबारी हो सकती है। खासतौर पर रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़, बागेश्वर जिलों में बारिश बर्फबारी की पूरी संभावनाएं हैं। Uttarakhand Weather

कुमाऊं के लोहाघाट में इन दिनों न्यूनतम तापमान शून्य तक पहुंच रहा है, जिस वजह से पानी नलों में जम जा रहा है। पिछले एक हफ्ते में तापमान में 2-3 डिग्री की गिरावट दर्ज हुई है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, दिसंबर माह के अंत तक इसमें चार डिग्री तक और गिरावट दर्ज की जा सकती है। जिससे कड़ाके की ठंड शुरू हो जाएगी। बागेश्वर, नैनीताल और चम्पावत में सबसे ज्यादा ठंड पड़ रही है। तराई-भाबर में भी न्यूनतम तापमान 10 डिग्री तक पहुंच रहा है। Uttarakhand Weather

मौसम विभाग की मानें तो 22 से 23 दिसंबर के बीच एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी देखी जा सकती है। बात करें तापमान की तो नैनीताल में बुधवार को न्यूनतम तापमान 3 डिग्री रहा, जबकि अधिकतम तापमान 18 डिग्री दर्ज किया गया। Uttarakhand Weather

अल्मोड़ा में न्यूनतम तापमान तीन डिग्री दर्ज किया गया। चम्पावत में बुधवार को न्यूनतम पारा 3.6 डिग्री तक रहा। बागेश्वर में दिन और रात के तापमान में दस गुना तक का अंतर आ रहा है। यहां बुधवार को न्यूनतम तापमान 2 डिग्री और अधिकतम 19 डिग्री सेल्सियस तक रिकॉर्ड किया गया। Uttarakhand Weather

तराई-भाबर क्षेत्र में अगले कुछ दिनों में तापमान 2 से 3 डिग्री तक और गिर सकता है। 22 से 24 दिसंबर के दौरान जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड में बारिश के साथ बर्फबारी देखी जा सकती है। इससे ठंड में इजाफा होगा। दिन और रात के तापमान में अंतर से लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। Uttarakhand Weather के बीच पर्वतीय क्षेत्रों में पाला पड़ने से फसलों को भी नुकसान होने की आशंका है।