रूड़की : मंगलौर कोतवाली पुलिस और एसओजी की टीम ने दोस्त और किसान की हत्या के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी छह महीने से एसबीआई रुड़की की मुख्य शाखा को लूटने की साजिश रच रहे थे। साजिश से अलग होने पर उन्होंने दोस्त को गोली मारकर शव जंगल में फेंक दिया था।
वहीं, गत नवंबर में आरोपियों ने किसान की गोली मारकर हत्या की थी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोबाल ने कोतवाली रुड़की में पत्रकारवार्ता कर बताया कि लंढौरा में मातावाला हसन बाग निवासी साकिब आठ दिसंबर को लापता हो गया था। उसके भाई मोहम्मद आलम ने पुलिस को सूचना दी थी। बुधवार को साकिब (21) का शव आईटीआई के पास जंगल में पड़ा मिला था। सिर पर चोट का निशान था। पड़ताल में पता चला कि गोली मारकर हत्या की गई है। जांच में उज्ज्वल (21) निवासी शिवाजी कॉलोनी ढंढेरा और आदेश (22) निवासी नगला इमरती का नाम सामने आया। दोनों आरोपी भागने की फिराक में थे, लेकिन दोनों को आसफनगर से गिरफ्तार कर लिया गया।
दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि साकिब उनका दोस्त था। तीनों ने मिलकर रुड़की में स्थित भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य शाखा को लूटने की साजिश रची थी। इसके लिए उन्होंने अत्याधुनिक साजोसामान भी खरीदा। वह जल्द ही लूट को अंजाम देने वाले थे।
ट्रॉली की साइड लगने पर नवंबर में गोली मारकर की थी किसान की हत्या
इसी बीच 25 नवंबर की रात को वह जब बाइक से कहीं जा रहे थे तो बिझौली बाईपास के पास गन्ने से भरी ट्रैक्टर-ट्राॅली की साइड लग गई। इससे वह दोनों नीचे गिर गए। उन्होंने पीछा किया ट्रैक्टर-ट्राॅली को रुकवा लिया और चालक नेत्रपाल (56) निवासी मंगलौर की गोली मारकर हत्या कर दी। इस घटना के बाद से साकिब उनसे दूरी बनाने लगा था। उसने बैंक लूट में शामिल होने से भी इन्कार कर दिया। यह उन्हें खतरे का संकेत लगा। इसके चलते उन्होंने साकिब को रास्ते से हटाने का सोचा।
साकिब को बहाने से बुलाया और मार दी गोली
एसएसपी ने बताया कि उज्ज्वल और आदेश ने साकिब को बहाने से बुलाया और उसके सिर में गोली मारकर हत्या कर दी। दोनों आरोपियों की निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल किए गए दो तमंचे और बैंक लूट के लिए एकत्रित सामान भी बरामद कर लिया है। पांच साल पहले आरोपी आदेश पर हत्या और उज्ज्वल पर हत्या के प्रयास और साकिब पर भी पूर्व में मुकदमा दर्ज है। तीनों ने किशोरावस्था में भी अपराध किया था। उन्हें बाल सुधार गृह भेजा गया था। बाल सुधार गृह में ही तीनों की दोस्ती हुई थी।
पुलिस टीम को ढाई हजार रुपये इनाम की घोषणा
दो हत्याकांड और बैंक लूट की योजना का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को ढाई हजार रुपये का इनाम दिया गया है। इस मौके पर एसपी देहात एसके सिंह, सीओ पल्लवी त्यागी, इंस्पेक्टर प्रदीप बिष्ट, एसओजी प्रभारी दिलबर सिंह नेगी आदि मौजूद रहे।I