उत्तराखंड में भारी बारिश का कहर; रेड-ऑरेंज अलर्ट, कल इन जिलों में बरसेंगे बदरा

उत्तराखंड में मंगलवार को भी भारी बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग ने उत्तराखंड के कई जिलों में गरज चमक के साथ भारी से ज्यादा भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग का कहना है कि कल भी सूबे के कई हिस्सों में भारी बारिश का दौर जारी रहेगा। सूबे में लगातार हो रही भारी बारिश से अधिकांश नदियां उफान पर हैं। गंगा और उसकी सहायक मंदाकिनी और अलकनंदा समेत कई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर चला गया है।

इन जिलों में रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान देहरादून, पौड़ी, नैनीताल, बागेश्वर, चंपावत और उधम सिंह नगर जिलों में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। कुछ जगहों पर वज्रपात की घटनाएं देखी जा सकती हैं।

यहां ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान ही कुमाऊं मंडल के बाकी जिलों और गढ़वाल मंडल के सभी जिलों में भारी से ज्यादा भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
कल इन जिलों में ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग ने 3 सितंबर को देहरादून, पौड़ी, उत्तरकाशी, नैनीताल, चंपावत, उधम सिंह नगर और बागेश्वर जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से ज्यादा भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस दौरान कुछ जगहों पर वज्रपात की घटनाएं भी देखी जा सकती हैं। वहीं 3 सितंबर को ही रुद्रप्रयाग, चमोली और पिथौरागढ़ जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
4 सितंबर को इन जिलों में मौसम रहेगा खराब
मौसम विभाग ने तीन सितंबर को ही उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में अलग-अलग स्थानों पर वज्रपात, तूफान के साथ जोरदार बारिश की संभावना है। वहीं हरिद्वार जिलों में अलग-अलग स्थानों पर वज्रपात के साथ तूफानी मौसम रहने का येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने 4 सितंबर को बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की संभावना जताई है।

चारधाम यात्रा 5 तक स्थगित
इस बीच भारी बारिश को देखते हुए देहरादून समेत विभिन्न जिलों में पहली से 12वीं कक्षा तक के स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्रों को मंगलवार को बंद रखा गया। प्रशासन ने चारधाम यात्रा को भी 5 सितंबर तक स्थगित कर दी है।
नैनीताल में भारी बारिश
बीते 24 घंटे पर नजर डालें तो सूबे के नैनीताल जिले में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई। नैनीताल जिले के हल्द्वानी में 116.6 मिलीमीटर, छोरगलिया में 118 मिलीमीटर, नैनीताल शहर में 114 मिलीमीटर, मुक्तेश्वर में 98.4 मिलीमीटर, ऊधम सिंह नगर के खटीमा में 92.5 मिलीमीटर, बेतालघाट में 85 मिलीमीटर, मुनस्यारी में 82.4 मिलीमीटर और पिथौरागढ़ में 74.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
गौला नदी उफान पर
हल्द्वानी में गौला नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 20 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया है। गौला बैराज से 44,124 क्यूसेक पानी बह रहा है। बैराज के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी भी हो रही है। नदी के उफान को देखते हुए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

गंगा खतरे के निशान के करीब
वहीं हरिद्वार और ऋषिकेश में गंगा नदी का जलस्तर भी खतरे के निशान के करीब है। हरिद्वार में गंगा नदी का जलस्तर 293.07 मीटर जबकि ऋषिकेश में 339.70 मीटर पर पहुंच गया है। दोनों स्थानों पर नदी खतरे के निशान से लगभग एक मीटर नीचे है।
ये नदियां भी उफान पर
अलकनंदा और मंदाकिनी नदियां (रुद्रप्रयाग), सोंग नदी (देहरादून), बांगंगा (हरिद्वार) और गौरीगंगा नदी (पिथौरागढ़ के बंगापानी क्षेत्र में) का जलस्तर भी खतरे के निशान के करीब है। इस साल उत्तराखंड में मानसून ने काफी कहर बरपाया है। प्राकृतिक आपदाओं में अब तक 79 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 114 लोग घायल हुए हैं और 95 लोग लापता हैं।