Joy Hydro Scooter: कहने की जरुरत नहीं है की , देश में बढ़ते पेट्रोल – डीजल और CNG के दामों भारतीय लोगों को इलेक्ट्रिक वाहनों की और अपना रुख तेजी से बदल लिए है। पारंपरिक ईंधन से चलने वाली गाड़ियों से आगे सोचकर लोग इलेक्ट्रिक वहां खरीदने पर जो र दे रहे है। जो न केवल किफायती विकल्प पड़ता है,
बल्कि पर्यावरण में जहरीली गैसेस भी उत्सर्जित नहीं करते। इसी बिच हैरान करने वाली बड़ी खबर सामने आ रही है। ऑटोमोबाइल उद्योग में क्रांतिकारी बदलाव के लिए एक अभूतपूर्व नवाचार तैयार है। जॉय ई-बाइक स्टार्ट अप ने पानी से चलने वाला स्कूटर पेश किया है, जिसने पूरे देश में व्यापक तौर पर सुर्खिया बटौरी है।
हाइड्रोजन आधारित यह वाहन होगा जो पानी से हाइड्रोजन को एक्सट्रेक्ट करके इंजन को चलाएगा। ख़ास बात यह है की, इस स्कूटर को चलाने लिए ड्राइविंग लाइसेंस की आवश्यकता नहीं है। पेट्रोल और इलेक्ट्रिक स्कूटरों का पर्यावरण-अनुकूल विकल्प होने का वादा करता है। ईंधन की बढ़ती कीमतों और इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर बढ़ते रुझान के बीच जॉय ई-बाइक ने हाइड्रोजन से चलने वाला स्कूटर पेश करके इसे एक कदम और आगे बढ़ाया है।
वार्डविज़ार्ड द्वारा प्रस्तुत यह अभिनव स्कूटर डिस्टिल्ड वॉटर पर चलता है और सिर्फ़ 1 लीटर पानी से 150 किलोमीटर तक की दूरी तय कर सकता है। इसे हाल ही में इंडिया मोबिलिटी शो 2024 में प्रदर्शित किया गया था, जिसने प्रदूषण कम करने की अपनी क्षमता के लिए काफी ध्यान आकर्षित किया।
यह कैसे काम करता है?
स्कूटर में हाइड्रोजन ईंधन सेल और इलेक्ट्रोलाइज़र तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है, ताकि पानी के अणुओं से हाइड्रोजन निकाला जा सके, जिसे फिर ईंधन के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इस अत्याधुनिक तकनीक का उद्देश्य स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देना है और पर्यावरण के अनुकूल परिवहन के भविष्य की झलक पेश करना है।
किसी लाइसेंस की आवश्यकता नहीं
इस स्कूटर की खासियत इसकी 25 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम गति है, जो इसे इतना धीमा बनाती है कि इसके लिए ड्राइविंग लाइसेंस की आवश्यकता नहीं होती। यह रोजमर्रा के छोटे मोटे कामों के लिए उपयोग में लाया जा सकता है। हालांकि यह स्कूटर अभी प्रोटोटाइप स्टेज में है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यह एक लीटर डिस्टिल्ड वॉटर में 150 किलोमीटर की शानदार माइलेज देता है। हालांकि यह अभी बिक्री के लिए उपलब्ध नहीं है, लेकिन कंपनी इसे बाजार में उतारने से पहले तकनीक को अंतिम रूप देने पर सक्रिय रूप से काम कर रही है।