अमेरिका के विख्यात रक्षा विशेषज्ञ जॉन स्पेंसर ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने न केवल विभिन्न स्तरों पर एकीकृत ढंग से अपने वायु क्षेत्र की अभेद्य सुरक्षा की, बल्कि अपने विरोधी पाकिस्तान की ओर से तैनात की गई चीनी वायु रक्षा प्रणालियों को भी सफलतापूर्वक ध्वस्त कर दिया।
अमेरिका के विख्यात रक्षा विशेषज्ञ जॉन स्पेंसर ने कहा कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान वायु रक्षा की उभरती आधुनिक प्रकृति का जबरदस्त प्रदर्शन किया। इस दौरान भारत ने न केवल विभिन्न स्तरों पर एकीकृत ढंग से अपने वायु क्षेत्र की अभेद्य सुरक्षा की, बल्कि अपने विरोधी पाकिस्तान की ओर से तैनात की गई चीनी वायु रक्षा प्रणालियों को भी सफलतापूर्वक ध्वस्त कर दिया।

वास्तव में भारत के सामने विरोधी का वायु रक्षा तंत्र कागजी साबित हुआ। मॉडर्न वार इंस्टीट्यूट में अर्बन वारफेयर स्ट्डीज के प्रमुख स्पेंसर ने रविवार को कहा कि इससे साबित होता है, आपकी सुरक्षा इस बात पर निर्भर नहीं करती की आप किस से क्या खरीद लाए हैं, इसका सीधा संबंध इस तथ्य से है कि आप अपने रक्षा साधनों का उपयोग कितने एकीकृत ढंग से करते हैं। उन्होंने कहा, आज भारत का वायु रक्षा नेटवर्क आकाश और क्यूआरएसएएम जैसे स्वदेशी रूप से निर्मित प्लेटफार्मों का समायोजन है, जो इस्राइली बराक-8 प्रणालियों और रूस के एस-400 के साथ संयुक्त रूप से काम करता है।
चीन निर्मित हथियार टिक नहीं पाए
उधर, सीमा पार पाकिस्तान ने खासकर चीन निर्मित प्रणाली जैसे एचक्यू-9/पी (एस-300 के समान एक लंबी दूरी की एसएएम), एलवाई-80 और एफएम-90 तैनात किया। ये प्रणालियां कागज पर भले ही एक बार सक्षम नजर आएं, लेकिन भारत के प्रभावी हमलों के सामने ये टिक नहीं पाई। भारत ने दिखा दिया कि इलेक्ट्रॉनिक युद्ध, गतिज यानी काइनेटिक हमलों और सैद्धांतिक चपलता के संयुक्त उपयोग इसे ध्वस्त किया जा सकता है।