सड़क दुर्घटना में एक युवक की मौत के बाद सिविल अस्पताल पहुंचे परिजनों ने जमकर हंगामा कर दिया। उनके ऊपर चिकित्सक से मारपीट का भी आरोप है साथ ही इमरजेंसी कक्ष की कुर्सियां आदि तोड़ने का भी आरोप लगा है।

जानकारी के अनुसार भगवानपुर थाना क्षेत्र के सिकंदरपुर निवासी 20 वर्षीय हसरत पुत्र अकरम मालवीय चौक स्थित एक निजी अस्पताल में काम करता था सोमवार देर शाम छुट्टी होने के बाद वह बाइक से अपने घर वापस जा रहा था जैसे ही वह करौंदी टोल प्लाजा के पास पहुंचा तो एक वाहन ने उसे अपने चपेट में ले लिया।
युवक को बेसुध अवस्था में सिविल अस्पताल लेकर आए। जहां ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक एजाज ने उसकी जांच की। अस्पताल पहुंचने तक हसरत की मौत हो चुकी थी चिकित्सक ने शव को पोस्टमार्टम हाऊस में रखवा दिया। वहीं पुलिस द्वारा हादसे की सूचना मृतक के परिजनों को दी गई जानकारी मिलने के बाद परिजन सिविल अस्पताल पहुंचे तो उन्होंने चिकित्सक से पोस्टमार्टम हाउस का ताला खुलवाकर शव देखने के लिए कहा।
बताया गया है कि चिकित्सक ने वार्ड बॉय आने तक इंतजार करने की बात कही। वहीं इसी दौरान मृतक के परिवार के लोग चिकित्सक से उलझ गया और इमरजेंसी की कुर्सियां उठाकर पटकने के साथ चिकित्सक से मारपीट कर डाली। वहीं इस संबंध में सीएमएस डॉ एके मिश्रा का कहना है बाईक सवार युवक मृत अवस्था में अस्पताल पहुंचा था लेकिन उसके परिजन स्टाफ से उलझ गए और चिकित्सक से मारपीट करने के साथ इमरजेंसी कक्ष में तोड़फोड़ की। वहीं। कोतवाली प्रभारी आरके सकलानी का कहना है कि तहरीर आएगी तो कारवाई की जाएगी।