देहरादून : प्रदेश में अभी भी करीब 50 फीसदी स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की कमी है. ऐसे में डॉक्टरों कमी को दूर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ‘यू कोट वी पे’ फार्मूले को अपना रहा है. जिसके तहत डॉक्टरों को अतिरिक्त वेतन का भुगतान किया जाएगा. अब उत्तराखंड के पहाड़ी जनपदों में स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की कमी दूर करने के लिए धामी सरकार ने यू कोट वी पे फार्मूले के तहत प्लान बनाया है. स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के दूरस्थ क्षेत्रों में डॉक्टरों की कमी दूर करने के लिए इस फार्मूले के तहत स्पेशलिस्ट और सुपर स्पेशल डॉक्टरों को तैनात करने की कवायद शुरू कर दी है. अगर फार्मूला सफल हुआ तो सिर्फ डॉक्टरों की कमी ही दूर नहीं होगी बल्कि दूरस्थ क्षेत्रों में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं भी मिल सकेगी.
डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि हमारा प्रयास है कि हर व्यक्ति को स्थानीय स्तर पर बेहत्तर स्वास्थ्य सेवायें मिले। किसी को इलाज के लिए मैदानी जनपदों के अस्पताल का रूख नहीं करना पड़ेगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा डॉक्टरों की भर्ती के लिए अब तक का सबसे बड़ा पैकेज रखा गया है। जिसके तहत स्पेशलिस्ट डॉक्टरों को 4 लाख रूपये प्रति माह और हृदय रोगों से जुड़े सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टरों को 6 लाख रूपये प्रति माह का पैकेज दिया जायेगा। हृदय रोग से जुड़े स्पेशलिस्ट डॉक्टर मिलने पर इनकी तैनाती पौड़ी जनपद के श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में स्थापित कैथ लैब में की जायेगी। जिसका लाभ पर्वतीय जनपद के मरीजों को मिलेगा।
स्वास्थ्य सचिव डॉ आर. राजेश कुमार ने बताया की हमारा प्रयास है कि जल्द से जल्द राज्य के सभी जनपदों के जिला अस्पतालों के साथ ही मेडिकल कॉलेजों में “स्पेशलिस्ट और सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टरों“ की तैनाती हो जाये। बताया कि ये सारी भर्तियां राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत संविदा पर होंगी। अधिक जानकारी और आवेदन प्रक्रिया के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की बेवसाइट पर संपर्क किया जा सकता है। इसके साथ ही मोबाइल नंबर or contact : 9412080703 से भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है