Dhaka: बांग्लादेश वर्तमान में हिंसक प्रदर्शनों से हुई बर्बादी के बाद अब बाढ़ के गंभीर संकट का सामना कर रहा है । यहां लगातार बारिश के बाद भू स्खलन और डूबने की अलग-अलग घटनाओं में एक ही परिवार के तीन सदस्यों सहित कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने कहा कि राज्य की अधिकतर प्रमुख नदियां गंभीर स्तर से ऊपर बह रही हैं, जबकि मुख्य नदी गोमती ‘अत्यधिक खतरे के स्तर’ को पार कर गई है। हालांकि बांग्लादेश की नई सरकार ने बाढ़ की वजह का आरोप भारत पर मढ़ दिया है। बांग्लादेश का आरोप है कि भारत ने बांध का पानी छोड़ा है जिस कारण पूर्वी सीमा पर जिलों में बाढ़ की स्थिति पैदा हुई।
वहीं भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया है। मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि त्रिपुरा में गुमटी नदी के ऊपर स्थित डंबूर बांध के खुलने से बांग्लादेश की पूर्वी सीमा पर बाढ़ की स्थिति उत्पन्न नहीं हुई है। विदेश मंत्रालय ने बताया कि गुमटी नदी के जलग्रहण क्षेत्रों में हाल ही में इस साल की सबसे भारी बारिश हुई है, जो बाढ़ का मुख्य कारण है। मंत्रालय ने कहा कि डंबूर बांध बांग्लादेश की सीमा से 120 किलोमीटर दूर स्थित है और यह एक कम ऊंचाई वाला बांध है जो बिजली उत्पन्न करता है। बांग्लादेश त्रिपुरा से 40 मेगावाट बिजली भी प्राप्त करता है। मंत्रालय ने यह भी बताया कि बांग्लादेश को बाढ़ के आंकड़े वास्तविक समय में भेजे जा रहे हैं और बाढ़ के कारण संचार में समस्याएं आईं, लेकिन भारत ने प्रयास किया कि डेटा का संचार बनाए रखा जाए। भारत और बांग्लादेश के बीच नदी जल सहयोग एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। दोनों देशों को मिलकर इस समस्या का समाधान निकालने की आवश्यकता है, विशेषकर जब दोनों देशों की 54 साझा सीमा पार नदियाँ हैं।
NEWS SOURCE Credit : punjabkesari