खनन विभाग की मिलीभगत से खनन माफियाओं के हौंसले बुलंद , किसानों का हाल ख़राब

खनन विभाग के अधिकारीयों की मिलीभगत से बेलगाम खनन माफिया, किसानों का हाल बेहाल

हरिद्वार: (काशिफ सुल्तान) अवैध खनन की राजधानी  बन रही धर्म नगरी (हरिद्वार) जहां पर खनन विभाग के अधिकारीयों की मिलीभगत से धड़ल्ले से अवैध खनन होता है.

अगर जांच की जाये तो खनन माफियाओं के साथ-साथ कुछ सफेद पोश चेहरे भी नप सकते हैं. khanan mafiya in haridwar

   हरिद्वार जो कि देवनगरी भी कहा जाता है यहां पर अवैध कार्यों की जैसे बाढ़ आ चुकी है बल्कि इसे सुनामी कहना सही रहेगा लेकिन यहां पर सबसे बड़ा अवैध कार्य अगर कोई चल रहा है तो वह है अवैध खनन. khanan mafiya in haridwar

 जिसे करने के लिए खनन माफिया पहले तो नाम मात्र की परमिशन राजस्व विभाग से खनन  बनवा लेते हैं उसके बाद कुछ सफेद पोश अधिकारीयों  के साथ मिलकर अवैध खनन को अंजाम दिया जाता है. khanan mafiya in haridwar

 हैरान करने वाली बात तो यह है कि अगर इन माफियाओं के पास 1000 घन मीटर खनन करने की परमिशन होती है तो उसकी उसकी आड़ में यह लोग 20 गुना अधिक खनन को अंजाम देते है और सरकार को करोड़ों के राजस्व का चूना लगा देते है. khanan mafiya in haridwar

 परमिशन की आड़ में अवैध खनन को अंजाम देने का सिलसिला पिछले कई सालों से हरिद्वार के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार चल आ रहा है .

लेकिन खनन विभाग इन पर इतनी मेहरबानी के साथ इतनी मोहब्बत के साथ नजर रखता है कि ना तो कभी उनके द्वारा किए जा रहे खनन की उचित जांच हो पाती है और ना ही किसी तरह की गड़बड़ी या कमी के चलते इन पर कोई कार्यवाही होती है.

इसका सबसे प्रमुख कारण जो है वह यह है कि यह सारा का सारा खेल खुद खनन विभाग के अधिकारियों की मिली जुली भगत से चलता है . khanan mafiya in haridwar

 खनन विभाग की मिली भगत की वजह से ही हरिद्वार नगरी अवैध खनन का गढ़ बनती जा रही है और यहाँ जितने भी खनन माफिया हैं उनके द्वारा किसानों की उपजाऊ जमीनों को हानि पहुंचाई जा रही है. khanan mafiya in haridwar

 उत्तराखंड की  धामी सरकार किसानों के भविष्य के लिए उज्जवल योजनाओं पर विचार एवं कार्य करके किसानों को सहायता प्रदान करने की कोशिश कर रहे हैं तो दूसरी और खनन विभाग राज्य सरकार की इस योजना पर पानी फेरता नजर आ रहा है.

खनन विभाग खनन माफिया के साथ मिलकर हर महीने राज्य सरकार को करोड़ों की राजस्व हानि पहुंचाने का कारनामा अंजाम दे रहा है.

क्षेत्रीय किसान आज अवैध खनन माफियाओं से इतना परेशान हो चुके हैं कि वह ना तो अपने खेतों को बचा पा रहे हैं और ना ही उसे उपजाऊ भूमि को जिसके माध्यम से वह राज्य को अन्न प्रदान करता है.

क्योंकि खनन माफिया लगातार उन किसानों की भूमि को भी निशाना बना रहे हैं जो खेती करके अपना वह अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं. khanan mafiya in haridwar

हरिद्वार क्षेत्र में या फिर ग्रामीण क्षेत्रों में खनन को लेकर उच्च स्तरीय जांच होती है तो निश्चित रूप से उन अधिकारियों पर गाज गिरना तय है जो क्षेत्र में खनन माफियाओं को इस अवैध खनन को करने की परमिशन देते हैं और बाद में उसे स्थान पर जाकर जांच भी नहीं करते क्योंकि उनके लिए हफ्ता बंधा होता है. khanan mafiya in haridwar

 हर हफ्ते खनन माफिया अपने चहिते अधिकारियों को पैसा पहुंचाते हैं अगर कोई अधिकारी दबाव पड़ने पर जांच के लिए जाता भी है तो मात्र औपचारिकता को अंजाम देकर स्वयं को और खनन माफिया को बचा लेता है.

जिस कारण इस क्षेत्र में खनन माफियाओं के हौसले इस कदर बुलंद है कि ना तो किसानों की भूमि की परवाह है और ना ही ग्राम पंचायत में सरकारी भूमियों को छोड़ रहे हैं. khanan mafiya in haridwar